बुधवार, 22 मई 2019

वाट्स ऍप पर संचालित समूह साहित्यिक मुरादाबाद में रविवार 19 मई 2019 को आयोजित 150 वां हस्त लिपि वाट्स एप कवि सम्मेलन एवं मुशायरा

 वाट्स ऍप पर संचालित समूह साहित्यिक मुरादाबाद में रविवार 10 जुलाई 2016 को एक अनूठा और अभिनव प्रयोग किया गया था- हस्त लिपि वाट्स ऍप कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन । उसके बाद प्रत्येक रविवार को इसका आयोजन होता रहा । रविवार 19 मई 2019 को 150 वां आयोजन सम्पन्न हुआ। सोशल मीडिया पर  इस अनूठे आयोजन को सर्वत्र सराहना मिली यही नहीं हम से प्रेरित होकर  देश के विभिन्न शहरों में  कई साहित्यकारों ने भी इस तरह के आयोजन की शुरुआत की । प्रिंट मीडिया में भी इसकी चर्चा करते हुए इसे एक अभिनव प्रयोग बताया गया । देशभर में इस आयोजन ने अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित कर ली है । इस आयोजन में  केवल मुरादाबाद मंडल के रचनाकार एक सादे कागज पर अपनी हस्तलिपि में रचना लिखते हैं, रचना के अंत में अपने हस्ताक्षर करके अपना नाम,पता और मोबाइल फोन नंबर लिखते हैं। कागज के एक कोने में अपना पासपोर्ट साइज फोटो लगाते हैं । इसका चित्र लेकर वह समूह में साझा करते हैं । बाद में माह के दूसरे रविवार को वीडियो/आडियो कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन होने लगा । 150 वें आयोजन में 51 रचनाकारों सर्वश्री ओंकार सिंह विवेक जी, राजीव प्रखर जी, नृपेंद्र शर्मा सागर जी, रवि प्रकाश जी, ऋचा पाठक जी, सूर्यकांत द्विवेदी जी, मुजाहिद चौधरी जी, मयंक शर्मा जी, डॉ ममता सिंह जी, डॉ इंदिरा गुप्ता जी, अमित कश्यप जी,डॉ कृष्ण कुमार नाज जी, दीपिका माहेश्वरी जी, जितेंद्र कमल आनन्द जी, मीनाक्षी ठाकुर जी, संतोष कुमार शुक्ल जी, डॉ रीता सिंह जी, श्रीकृष्ण शुक्ल जी, डॉ राकेश चक्र जी, डॉ अलका अग्रवाल जी, डॉ अर्चना गुप्ता जी, डॉ मीना नकवी जी, डॉ अंचल गुप्ता जी, मोनिका शर्मा मासूम जी, कंचन खन्ना जी, शिव अवतार रस्तोगी सरस जी, सुमित सिंह जी, कंचन लता पांडेय जी, अनवर कैफ़ी जी, योगेंद्र वर्मा व्योम जी, माहेश्वर तिवारी जी, डॉ अजय अनुपम जी, किरण बाला झा जी, अखिलेश वर्मा जी, आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ जी, डॉ जगदीश शरण जी, मनोरमा शर्मा जी, शिशुपाल सिंह मधुकर जी, कमाल जैदी जी, हेमा तिवारी भट्ट जी, मंगलेश लता यादव जी, प्रदीप शर्मा जी, वहाजुल हक काशिफ जी, अमितोष शर्मा जी, मंसूर उस्मानी जी, आरिफा मसूद जी, डॉ मुजाहिद फराज जी, शशि त्यागी जी, निवेदिता सक्सेना जी  और मैंने अपनी रचनाएं साझा की  ।

















































::::::प्रस्तुति::::::
  डॉ मनोज रस्तोगी 
 8,  जीलाल स्ट्रीट 
मुरादाबाद 244001 
उत्तर प्रदेश, भारत 
 मोबाइल फोन नंबर 94566 87822  

मंगलवार, 21 मई 2019

तमाशा जन्मदिन का

लोग आये
उन्होंने
मोमबत्तियां बुझाईं
केक काटा
तालियां बजाईँ
और
नारे उछाले
“हैप्पी बर्थ डे टू यू ”
फिर उन्होंने
बच्चे को देखा
उसके मम्मी -डैडी को देखा
एक अर्थभरी
मुस्कान फैंकी
और
बच्चे के हाथ में
पकड़ा दिया एक
वज़नी लिफाफा
और बढ़ते गये
खाने की टेबिल की ओर
देर रात तक
यह सिलसिला
चलता रहा
और बच्चा
टुकुर टुकुर देखता रहा
मम्मी डैडी को
लिफाफों को
और लोगों की
मुस्कान को
देखते देखते
यह तमाशा
अपने जन्मदिन का
जब थक गया बच्चा
तब, सबकी नजर बचा
एक बूढ़ी नौकरानी आई
उसने
सिर्फ उसके सिर पर
प्यार भरा हाथ फेरा
और
मुस्कराई
अब बच्चा
टुकुर टुकुर नहीं देख रहा था
खिलखिला रहा था

 डा. मनोज रस्तोगी
8, जीलाल स्ट्रीट
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर 9456687822

सोमवार, 20 मई 2019

 रविवार 19 मई 2019 को आयोजित 150 वें वाट्स एप कवि सम्मेलन एवं मुशायरे में 51 साहित्यकारों ने लिया हिस्सा

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साथियों,

 मेरे द्वारा वाट्स ऍप पर संचालित समूह साहित्यिक मुरादाबाद में रविवार 10 जुलाई 2016 को एक अनूठा और अभिनव प्रयोग किया गया था-  वाट्स ऍप कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का  आयोजन । उसके बाद प्रत्येक रविवार को इसका आयोजन होता रहा । रविवार 19 मई 2019 को 150 वां आयोजन सम्पन्न हुआ। सोशल मीडिया पर  इस अनूठे आयोजन को सर्वत्र सराहना मिली यही नहीं हम से प्रेरित होकर  देश के विभिन्न शहरों में  कई साहित्यकारों ने भी इस तरह के आयोजन की शुरुआत की । प्रिंट मीडिया में भी इसकी चर्चा करते हुए इसे एक अभिनव प्रयोग बताया गया । देशभर में इस आयोजन ने अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित कर ली है । 

 इस आयोजन में  केवल मुरादाबाद मंडल के रचनाकार एक सादे कागज पर अपनी हस्तलिपि में रचना लिखते हैं, रचना के अंत में अपने हस्ताक्षर करके अपना नाम,पता और मोबाइल फोन नंबर लिखते हैं। कागज के एक कोने में अपना पासपोर्ट साइज फोटो लगाते हैं । इसका चित्र लेकर वह समूह में साझा करते हैं ।

बाद में माह के दूसरे रविवार को वीडियो/आडियो कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन होने लगा ।

 150 वें आयोजन में 51 रचनाकारों सर्वश्री ओंकार सिंह विवेक जी, राजीव प्रखर जी, नृपेंद्र शर्मा सागर जी, रवि प्रकाश जी, ऋचा पाठक जी, सूर्यकांत द्विवेदी जी, मुजाहिद चौधरी जी, मयंक शर्मा जी, डॉ ममता सिंह जी, डॉ इंदिरा गुप्ता जी, अमित कश्यप जी,डॉ कृष्ण कुमार नाज जी, दीपिका माहेश्वरी जी, जितेंद्र कमल आनन्द जी, मीनाक्षी ठाकुर जी, संतोष कुमार शुक्ल जी, डॉ रीता सिंह जी, श्रीकृष्ण शुक्ल जी, डॉ राकेश चक्र जी, डॉ अलका अग्रवाल जी, डॉ अर्चना गुप्ता जी, डॉ मीना नकवी जी, डॉ अंचल गुप्ता जी, मोनिका शर्मा मासूम जी, कंचन खन्ना जी, शिव अवतार रस्तोगी सरस जी, सुमित सिंह जी, कंचन लता पांडेय जी, अनवर कैफ़ी जी, योगेंद्र वर्मा व्योम जी, माहेश्वर तिवारी जी, डॉ अजय अनुपम जी, किरण बाला झा जी, अखिलेश वर्मा जी, आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ जी, डॉ जगदीश शरण जी, मनोरमा शर्मा जी, शिशुपाल सिंह मधुकर जी, कमाल जैदी जी, हेमा तिवारी भट्ट जी, मंगलेश लता यादव जी, प्रदीप शर्मा जी, वहाजुल हक काशिफ जी, अमितोष शर्मा जी, मंसूर उस्मानी जी, आरिफा मसूद जी, डॉ मुजाहिद फराज जी, शशि त्यागी जी, निवेदिता सक्सेना जी  और मैंने अपनी रचनाएं साझा की  । सभी की रचनाएं सराहनीय रहीं । 


डॉ मनोज रस्तोगी 

8,  जीलाल स्ट्रीट

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत 

मोबाइल फोन नंबर 94566 87822


जिंदाबाद जिंदाबाद साहित्यिक मुरादाबाद जिंदाबाद

प्रस्तुत हैं आयोजन में शामिल रचनाएं ।तकनीकी कारणों से तीस रचनाकारों की रचनाएं ही शामिल हो सकी हैं ।शेष रचनाकारों की रचनाएं कमेंट बॉक्स में दी गई हैं ------

रविवार, 14 अप्रैल 2019

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'हस्ताक्षर' द्वारा 13 अप्रैल 2019 को किया गया लघु-कथा गोष्ठी का आयोजन

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'हस्ताक्षर' की ओर से एक लघु-कथा गोष्ठी 13 अप्रैल 2019 को विश्नोई धर्मशाला, लाइनपार पर आयोजित की गयी। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अजय 'अनुपम' ने की। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार  अशोक विश्नोई एवं विशिष्ट अतिथि  शिशुपाल 'मधुकर' रहे। 

       हेमा तिवारी भट्ट द्वारा प्रस्तुत माँ सरस्वती की वंदना से आरंभ हुई इस गोष्ठी में उपस्थित रचनाकारों द्वारा, भिन्न-भिन्न संदर्भों एवं परिवेशों पर आधारित लघुकथाएं प्रस्तुत की गयीं। डॉ अजय 'अनुपम' द्वारा 'पत्थर' शीर्षक से,  अशोक विश्नोई द्वारा 'ममता', 'अपनापन' एवं 'इन्सान तो हूँ' शीर्षकों से, शिशुपाल 'मधुकर' द्वारा 'प्यास' एवं 'कातर दृष्टि' शीर्षकों से, हेमा तिवारी भट्ट द्वारा, 'कंजिका पूजन' एवं 'पापा रोते नहीं हैं' शीर्षकों से, राजीव 'प्रखर' द्वारा 'सभ्य' एवं 'भिखारी' शीर्षकों से, अंकित गुप्ता 'अंक' द्वारा 'नारी सशक्तिकरण' एवं 'मोबाइल' शीर्षकों से,  डॉ मनोज रस्तोगी द्वारा 'पाँच सौ के सोलह नोट' एवं 'शान्ति भंग' शीर्षकों से, योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' द्वारा 'कीटाणु' एवं 'फेसबुक' शीर्षकों से लघु कथाएं प्रस्तुत की गयीं।  संचालन राजीव 'प्रखर' ने किया तथा आभार अभिव्यक्ति योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' द्वारा की गयी। कार्यक्रम में नकुल त्यागी, राम सिंह 'नि:शंक', योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई आदि भी उपस्थित रहे।