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रविवार, 9 जुलाई 2023
शनिवार, 22 मई 2021
शनिवार, 8 मई 2021
शुक्रवार, 13 मार्च 2020
बुधवार, 11 मार्च 2020
'विजयश्री वैल्फेयर सोसाइटी' मुरादाबाद के तत्वावधान में 9 मार्च 2020 को 'काव्यरस-फुहार' का आयोजन
मुरादाबाद की प्रमुख संस्था विजयश्री वेलफेयर सोसाइटी की ओर से रामगंगा विहार मुरादाबाद स्थित शिव मंदिर परिसर में होली पर सोमवार 9 मार्च को 'काव्यरस-फुहार' का आयोजन हुआ जिसमें उपस्थित स्थानीय कवियों ने कविताओं के माध्यम से होली पर हास्य कविताओं से सभी को गुदगुदाया और देश व समाज में व्याप्त विद्रूपताओं पर कटाक्ष किए। कवि गोष्ठी की अध्यक्षता कवि रामवीर सिंह वीर ने की, मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार अशोक विश्नोई, विशिष्ट अतिथि डा. मनोज रस्तोगी रहे. तथा संचालन हास्य कवि फक्कड़ मुरादाबादी ने किया।
काव्यपाठ करते हुए मनोज मनु ने कहा-
भीतर से बाहर तलक, भरता गज़ब मिठास
होली का त्योहार तो, होता इतना खास
नवगीतकार योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' ने कहा-
मनके सारे त्याग कर, कष्ट और अवसाद ।
पिचकारी करने लगी, रंगो से संवाद ।।
राजीव प्रखर ने काव्य-पाठ करते हुए कहा -
सिमट गयी संवेदना, बदल गये सब ढंग।
पहले जैसे अब कहाँ, होली के हुड़दंग।।
वरिष्ठ कवि विवेक निर्मल ने कविता प्रस्तुत की-
होली के हुड़दंग में, बदले सबके चित्र
दुश्मन भी लगने लगे, प्यारे प्यारे मित्र
प्रशांत मिश्र ने कुछ इस प्रकार कहा -
मैं क्यों खेलूं तुम संग होली,
सखियाँ मुझे चिढ़ाती हैं।
आवरण अग्रवाल 'श्रेष्ठ' का कहना था -
आओ मिलकर अबकी खेले ऐसी होली,
देश से मिट जाए बैर भाव और कटु बोली।।
अरविंद कुमार शर्मा आनंद ने कहा -
हुल्लड़ भी हुड़दंग भी शोर हम मचायेंगे।
अरे भैया फाल्गुन आयो होली हम मनाएंगे।
वरिष्ठ साहित्यकार अशोक विश्नोई ने रचना प्रस्तुत की-
धूप में सोता था अपने गाँव में
आज छाले पड़ गए हैं पांव में
चाहकर भी आपसे कैसे मिलूँ
रस्म की बेड़ी पड़ी है पांव में
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी ने कहा-
महकी आकाश में चांदनी की गंध
अधरों की देहरी लांघ आए छंद
गंगाजल से छलके नेह के पिटारे
उड़ रही रेत गंगा किनारे।
कवि रवि चतुर्वेदी ने कविता सुनाई-
देश के दीवानों की मैं भक्ति हूँ
और उनके आत्मबल की शक्ति हूँ
वरिष्ठ शायर डॉ० कृष्ण कुमार 'नाज़' ने कहा -
सोहबत बुरी मिली तो गलत काम भी हुए
वैसे कमी तो ना थी कोई खानदान में
रामवीर सिंह 'वीर' ने काव्य-पाठ करते हुए कहा -
कैसे बताएं हम आपन बीती।
जो कहना था कह नहीं पाए,
बदल गई जीवन की रीति।
इस अवसर पर इंदु रानी, सविता निर्मल, महेंद्र शर्मा, देवेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, अनिल पाल सिंह क्षय, अजय सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
:::::::प्रस्तुति::::::
**विवेक निर्मल
सचिव
विजयश्री वैल्फेयर सोसाइटी
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश
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