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सोमवार, 11 मार्च 2024

मुरादाबाद मंडल कुरकावली (जनपद संभल) निवासी साहित्यकार त्यागी अशोका कृष्णम् के नौ दोहे .....



माँ वाणी वागीश्वरी,कलम हाथ में थाम।

नारी का वंदन करूं,लेकर तेरा नाम।।1।।


सह सह कर आघात भी,देती है आहार।

वंदनीय भगवान सा,नारी का किरदार।।2।।


शीतल सुंदर झील सी,शांत किंतु पुरजोर।

नारी है शक्तिश्वरी,बोल उठा हर छोर।।3।।


दुनिया में देखा नहीं,ऐसा रूप अनूप।

छाया बन संतान की,नारी सहती धूप।।4।।


राम-कृष्ण को पालती,दे आंचल की छांव।

देवपुरुष तक पूजते,हैं नारी के पांव ।।5।।


शक्ति स्वरूपा लक्ष्मी,सरस्वती का ज्ञान।

सर्वाधिक संसार में,नारी का सम्मान।।6।।


नारी घर की लक्ष्मी,आन बान है शान। 

पूरी वसुधा कर रही,नारी का गुणगान।।7।।


रावण बाली कंस या,दुर्योधन बलवान।

नारी का अपमान कर,खो बैठे सम्मान।।8।।


मां,बेटी,पत्नी,बहन,सारे रूप अनूप।

नर को देती नारियां,नारायण का रूप।।9।।


✍️ त्यागी अशोका कृष्णम्

कुरकावली, संभल 

उत्तर प्रदेश, भारत




रविवार, 21 जनवरी 2024

मुरादाबाद मंडल के कुरकावली (जनपद संभल ) के साहित्यकार त्यागी अशोका कृष्णम् के दोहे


धर्म ध्वजा ले हाथ में, कंठ करें उद्घोष।

पूर्ण बलों के साथ है,राम नाम का जोश।।


आंखें बैठीं आस में,लाओ अक्षत धूप।

वंदन कर श्री राम का,पाएं रूप अनूप।।


वायु अग्नि के साथ में,नीर धरा आकाश।

राम आगमन पर मुदित,करा रहे आभास।।


शबरी रो रो कर कहे,बांधो आकर धीर।

पांच शतक से बाट में,बेर चखो रघुवीर।।


अवधपुरी के साथ में, सूने सरयू घाट।

आएंगे प्रभु राम जी,जोह रहे हैं वाट ।।


पंचतत्व ही अवध हैं,प्राण रूप श्री राम।

प्राण प्रतिष्ठा हो बना,अवध स्वर्ग सा धाम।।


✍️त्यागी अशोका कृष्णम्

कुरकावली, संभल 

उत्तर प्रदेश, भारत

सोमवार, 1 जनवरी 2024

मुरादाबाद जनपद के कुरकावली (जनपद संभल) के साहित्यकार त्यागी अशोका कृष्णम् की पुस्तक ‘चल मनवा उस पार’ का एल.पी.जी.आई. साहित्या एसोसिएशन (रजि.) द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में विमोचन

  


एल.पी.जी.आई. साहित्या एसोसिएशन (रजि.) द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में मुरादाबाद जनपद के कुरकावली (जनपद
संभल) के साहित्यकार त्यागी अशोका कृष्णम् की पुस्तक ‘चल मनवा उस पार’ का विमोचन आशीष शर्मा और गजानन माली ने किया। पुस्तक मीनू संयोग, वैशाली रस्तौगी और त्यागी अशोका कृष्णम् द्वारा भी प्रदर्शित की गई।
टैन न्यूज़ नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली मुख्य अतिथि, प्रेम विज गेस्ट ऑफ ऑनर और डॉ. विनोद शर्मा विशिष्ट अतिथि रहे। संचालन मुरादाबाद की साहित्यकार (वर्तमान में इंडोनेशिया निवासी) कवयित्री वैशाली रस्तौगी ने किया।
यह एल.पी.जी.आई.एस.ए. का शतकीय 100 वां जी.जी.एम. (ग्लोबल गैदरिंग मीट) था, जिसका विषय था ‘नव वर्ष’। इस अंतर्राष्ट्रीय  कवि सम्मेलन में दुनिया भर से जाने माने कवियों ने शिरकत की।
 एसोसिएशन के संस्थापक और ग्लोबल चेयरमैन आशीष शर्मा और संस्थापिका और ग्लोबल प्रेसिडेंट योगिता शर्मा ने सभी का स्वागत किया और शुभकामनाएँ दीं। 
 सम्मेलन में गजानन माली,प्रेम विज, डॉ. विनोद शर्मा, योगिता शर्मा, त्यागी अशोका कृष्णम् , रेखा नायर, गीतिका मल्होत्रा,नीरू मित्तल नीर, रूबी दास,ललिता वर्मा , चमकौर सिंह चाहल, साहिल निगम, प्रवीन कमांडो, डॉ.प्रज्ञा शारदा, सुभाष भास्कर, कविता पंत (भारत), आशीष शर्मा, मीनू संयोग, सुरेश चौधरी, मीनाक्षी गांधी गुप्ता, वैशाली रस्तौगी, निधि देश, लीना शारदा, सारिका जैथलिया, ओम प्रकाश पांडेय  (इंडोनेशिया), आराधना सदाशिवम, आलोक मिश्रा (सिंगापुर), सुनीता महेंद्रू , शिखा रस्तोगी (थाईलैंड), सुमन जैन, अमिता शाह (ऑस्ट्रेलिया) ,शेखर राम कृष्ण तिवारी,  अजीत झा  (यू.ए.ई.) डॉ. कृष्ण कन्हैया, डॉ.आनंद कुमार सिन्हा (यू.के.), रचना श्रीवास्तव (अमरीका), अभिलक्ष शर्मा, वेदिका गुप्ता ने नव वर्ष की बेहतरीन रचनाएं प्रस्तुत कीं।

सोमवार, 27 नवंबर 2023

मुरादाबाद मंडल के कुरकावली (जनपद संभल) के साहित्यकार त्यागी अशोका कृष्णम् की सद्य कृति "चल मनवा उस पार" (दोहा संग्रह) का 26 नवंबर 2023 को युग परिवर्तन ट्रस्ट(पंजी०) कुरकावली की ओर से आयोजित लोकार्पण पर्व

मुरादाबाद मंडल के कुरकावली (जनपद संभल) के साहित्यकार त्यागी अशोका कृष्णम् की सद्य कृति "चल मनवा उस पार" (दोहा संग्रह) का लोकार्पण पर्व रविवार 26 नवंबर 2023 को युग परिवर्तन ट्रस्ट(पंजी०) कुरकावली के तत्वावधान में एके रिसोर्ट कुरकावली के सभागार में आयोजित किया गया। इस अवसर पर कवि सम्मेलन एवं विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए विभूतियों को चौ राजेंद्र सिंह त्यागी स्मृति सम्मान, कुँवर अभयपाल त्यागी स्मृति सम्मान एवं कुँवर दिनेश चंद्र त्यागी स्मृति सम्मान देकर विभूषित किया गया।            कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ कृष्ण कुमार नाज ने कहा कि त्यागी अशोका कृष्णम जी के दोहों में प्रेम की भीनी-भीनी खुशबू भी है, श्रृंगार की सुंदरता भी है, अध्यात्म की ऊंचाइयां भी हैं, राजनीतिक  रस्साकशी भी है तथा समाज में यदा-कदा होने वाली घटनाओं और दुर्घटनाओं का भी वर्णन मिलता है। वह कविता को केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि मां सरस्वती का आशीर्वाद मानकर सृजनरत हैं। यही कारण है कि वह आज साहित्यिक समाज में सबसे अलग अपनी साफ-सुथरी छवि बनाए हुए हैं।      वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यिक मुरादाबाद के संस्थापक डॉ मनोज रस्तोगी ने कहा कि त्यागी अशोका कृष्णम् जी के लोकार्पित दोहा संग्रह में मीरा की दीवानगी है तो रहीम की गहरी दार्शनिक और नैतिक अंतर्दृष्टि भी है।  कबीर की रहस्यवादिता है तो जायसी का सूफियाना दर्शन भी है। बिहारी की श्रृंगारिकता है तो तुलसी की भक्ति भावना भी है। वो जहां प्रेम के विविध रूपों को अपने दोहों में चित्रित करते हैं।  वहीं सामाजिक सरोकारों की भी चिंता करते हैं। प्रकृति के नैसर्गिक सौन्दर्य का वर्णन करते हैं तो जीवन की विसंगतियों, विषमताओं को भी उजागर करते हैं। जहाँ वह सर्वहारा वर्ग के समर्थन में खड़े होते हैं तो वहीं वह राष्ट्र प्रेम को सर्वोपरि मानते हैं । 

    कवि सम्मेलन की शुरुआत प्रदीप कुमार दीप ने माँ सरस्वती की वंदना के साथ की।मुरादाबाद से आए राहुल शर्मा ने कुछ इस प्रकार कहा ....

चंद लम्हों की मुलाकात बुरी होती है।

गर जियादा हो तो बरसात बुरी होती है।

हर किसी को ये समझ लेते हैं अपने जैसा।

अच्छे लोगों की यही बात बुरी होती है।।

डॉ कृष्ण कुमार "नाज" ने गजल पढ़ते हुए कहा-

कभी अँधेरे कभी रोशनी में आते हुए।

मैं चल रहा हूँ वजूद अपना आजमाते हुए।

तुम्हारी यादों ने आसान कर दिया है सफर।

जो चल रही हैं मुझे रास्ता दिखाते हुए।।

 मुरादाबाद से आए डॉ मनोज रस्तोगी ने अपनी चर्चित कविता जरूरी है कुत्तों को बिस्कुट खिलाना सुना कर जमकर तालियां बटोरीं । 

चंदौसी से आईं  कवयित्री डॉ दुर्गा टंडन ने कहा-

अंगार से भर ले हिरदय, यदि करना है नवसृजन।

तुझे अवतार बन जाना पड़ेगा,विध्वंस करने को प्रथम।

नेहा मलय ने काव्य पाठ करते हुए कहा कि-

मन कहता है मुस्कुरा ले दो पल की है जिंदगानी।

बाद में कौन किसे याद करता है।

नजीबाबाद बिजनौर से आए प्रसिद्ध कवि प्रमोद शर्मा प्रेम ने कहा-

कोई हादसा न हो जाए।

कहीं इन्तहा न हो जाए।

देखकर रंगो बू जमाने के।

सूरज बे वफा न हो जाए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध समाजसेवी एवं शिक्षाविद् प्रेमराज त्यागी ने की।कार्यक्रम में युग परिवर्तन ट्रस्ट के प्रदीप त्यागी, श्रीमान अमित त्यागी,नीलांशु वार्ष्णेय, मंजू त्यागी सहित क्षेत्र के सैंकड़ों गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

युग परिवर्तन ट्रस्ट के अश्विनी रस्तोगी एवं वैशाली रस्तोगी ने फोन के माध्यम से शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए त्यागी अशोक कृष्णम् के लिए अपने प्रतिनिधि द्वारा शॉल भेंट किया।

मंच का संचालन संयुक्त रूप से  प्रदीप कुमार "दीप" एवं कार्यक्रम संयोजक कुँवर अंशुमान त्यागी ने किया।