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गुरुवार, 24 अगस्त 2023

मुरादाबाद मंडल के गजरौला (अमरोहा) की साहित्यकार डॉ मधु चतुर्वेदी की ग़ज़ल ..मैं जैसी हूँ, मुझे वैसा ही रहना ....

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मैं जैसी हूँ, मुझे वैसा ही रहना।

तुम्हारे प्यार में बदलूँ,न कहना।।


नदी हूँ ,ख़ुद किनारों में बँधी हूँ;

जरूरी हो तो उनको तोड़,बहना।


समर्पण प्रेम का आधार,लेकिन;

मुझे ही क्यों बिखरना और  ढहना।


है ये भी शील का ही एक पहलू;

कि हो अन्याय तो हरगिज़ न सहना।

 

मैं सदियों से दहकती ही रही हूँ;

नहीं बेचारगी में और दहना।


मुझे 'मधु' ताज अपना मान लो तो;

तुम्हें मैं मान लूँगी अपना गहना।

🎤✍️ डॉ. मधु चतुर्वेदी

गजरौला गैस एजेंसी चौपला,गजरौला

जिला अमरोहा 244235

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन नंबर 9837003888

  

शुक्रवार, 4 अगस्त 2023

मुरादाबाद मंडल के गजरौला (जनपद अमरोहा) की साहित्यकार डॉ मधु चतुर्वेदी का गीत ..दर्द के मन्त्र बाँचे!

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ऊँघती सी याद की दहलीज पर टिक शाम,

 दर्द के मन्त्र बाँचे!


क्योँ अचानक नेह ने करवट बदल कर।

तोड़ डालीं वर्जनायें सब मचल कर।।

 सुप्त मन के अतल में  विस्मृत हुआ सा नाम,

  दर्द के मन्त्र बाँचे!


भावनाओं ने भुला दीं वंचनायें।

कामना विधि से करे कुछ मंत्रणायें।

आस ऐसी बावरी है छोड़ कर हर काम,

 दर्द के मन्त्र बाँचे!


है उदित विश्वास का नूतन सवेरा।

क्योँ इसे घेरे कुशंका का अंधेरा।।

क्यों व्यथा गहरी बनाये फिर हृदय को धाम,

दर्द के मन्त्र बाँचे!


🎤✍️ डॉ. मधु चतुर्वेदी

गजरौला गैस एजेंसी चौपला,गजरौला

जिला अमरोहा 244235

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन नंबर 9837003888

सोमवार, 8 मई 2023

रविवार, 10 जनवरी 2021

मुरादाबाद मंडल के गजरौला (जनपद अमरोहा) की साहित्यकार डॉ मधु चतुर्वेदी का गीत ---अस्मिता का हिन्द की सत्कार है हिन्दी, एकता के सूत्र का विस्तार है हिन्दी.....


अस्मिता का हिन्द की सत्कार है हिन्दी ।

 एकता के सूत्र का विस्तार है हिन्दी ।।


संस्कृता,संजीविता,अपराजिता है।

मर्दिता बहु भांति पर कठ जीविता है।।

आत्म गौरव की गहन हुंकार है हिन्दी।

राष्ट्र के जयघोष की टंकार है हिन्दी।।


वन्दिता,अभिनंदिता,वाणी पुनीता।

रंजनी,दुखभंजनी,सुखदा, सुनीता।।

भक्ति की अभिव्यक्ति का उद्गार है हिन्दी।।

भावना के भाष्य का उच्चार है हिन्दी।।


संलयन,संदर्शना का उन्नयन है।

भिन्न परिवेशी स्वरों का सम्मिलन है।।

सार्वभौमिक ऐक्य का संचार है हिन्दी।

राष्ट्रवादी भावनद की धार है हिन्दी।।


आत्म का विश्वात्म मेँ शुभ संचरण है।

संस्कृति की सौम्यता का संवहन है।। 

कूट सूत्रों का सरल व्यवहार है हिन्दी।

लक्ष्य के उत्कर्ष का सुविचार है हिंदी।।


वर्ण,अक्षर,नाद योजित व्याकरण है।

ज्ञान का विज्ञान सम्मत आचरण है।।

आदि कवि की कल्पना का सार है हिन्दी।

नवरस तरंगित तारिणी का तार है हिन्दी।।


आप्त ऋषियों की गिरा से निःसृता है।

है कलेवर दिव्य यह प्रांजल ऋता है।।

पूत वैदिक वाङ्गमय अनुहार है हिन्दी

स्वस्ति की संकल्पना,संस्कार है हिंदी।।


क्योँ विमाता-मोह मेँ, माता भुलाई।

क्योँ परिष्कृति ने विकृति से मात खाई।।

इस भ्रमित व्यामोह का उपचार है हिन्दी।

गर्व से उद्घोष हो,स्वीकार है हिन्दी।।


✍️ डॉ. मधु चतुर्वेदी

गजरौला गैस एजेंसी चौपला,गजरौला

जिला अमरोहा 244235

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन नंबर 9837003888

शनिवार, 3 अक्तूबर 2020

मुरादाबाद मंडल के गजरौला (जनपद अमरोहा) की साहित्यकार डॉ मधु चतुर्वेदी की कविता ---कौन है वो


धूप के पाँवों मेँ पाज़ेब नहीं होती

फिर भी वह छन से उतरती है-

घर की मुंडेर पर और बिखेर देती है

किरणों के घुँघरू दूर तलक

रात के बदन से नहीं आती कोई खुशबू

न जाने क्यों उसकी एक छुअन से

महक उठती है रातरानी

चाँदनी के पास नहीं होता कोई चुम्बक

कैसे खींच लेती है सबको अपनी ओर

हवा के हाथ मेँ कभी देखी नहीं बाँसुरी

मगर जब-जब गुज़रती है पास से

कानोँ मेँ घोल देती है एक सुरीला राग

भोर कोई जौहरी तो नहीं

न जाने कहाँ से समेट लाती है

गठरी  भर मोती और बडी उदारता से-

टाँक देती है उन्हेँ, घास के नर्म अँकुरों पर

तो कौन है वो,जो धूप को पहनाता है पाज़ेब

रात को देता है भीनी भीनी ख़ुशबू

चाँदनी को थमा देता है चुम्बक

हवा  को पकड़ा देता है बाँसुरी

और भोर को बना देता है जौहरी

हाँ, यह शायद वही है-

जो कहीँ नहीँ है

और यहीँ कहीं है

यहीँ कहीँ है

✍️डॉ. मधु चतुर्वेदी

गजरौला गैस एजेंसी

चौपला,गजरौला

जिला अमरोहा 244235

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन नंबर 9837003888