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शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025
सोमवार, 6 मई 2024
वर्ष 2001 में मुरादाबाद के साहित्यकार अशोक विश्नोई और पत्रकार मुन्ना गुरु को प्रदान किया गया था जिले का सर्वोच्च सम्मान
मुरादाबाद की संस्था साहू शिव शक्ति सरन कोठीवाल स्मारक समिति की ओर से मंगलवार दो जनवरी 2001 को आयोजित सोलहवें वार्षिक जिले के सर्वोच्च सम्मान समारोह में साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए अशोक विश्नोई को सम्मानित किया गया था । यह आयोजन के.सी.एम. स्कूल में हुआ था। श्री विश्नोई के अतिरिक्त शिक्षा के क्षेत्र में हरिओम अग्रवाल, खेल क्षेत्र में सुरेश सहगल, पत्रकारिता क्षेत्र में सुरेन्द्र शर्मा 'मुन्ना गुरु' को सम्मानित किया गया था। इन सम्मानित विभूतियों को संस्था की ओर से अध्यक्ष उप श्रमायुक्त रीता भदौरिया और मुख्य अतिथि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक देहात विजय गर्ग ने स्मृति चिह्न एवं दुशाला भेंट किया।
संयोजक अनिल कांत बंसल के संचालन में आयोजित इस समारोह में सम्मानित विभूतियों के उल्लेखनीय कार्यों पर प्रकाश डाला गया। साहू ओंकार सरन कोठीवाल ने इस अवसर पर विचार व्यक्त किए थे। आयोजन प्रभारी प्रदीप गुप्ता एवं आयोजन सचिव डा.जी. कुमार ने सभी अभ्यागतों का आभार व्यक्त किया था। इस अवसर पर पुष्पेन्द्र वर्णवाल, ए. शाकिर, विनोद गुप्ता, वीरेन्द्र गुप्त, कैलाश कुमार, माहेश्वर तिवारी, वेद प्रकाश वर्मा, हरवंश लाल दीक्षित, डा. किरन गर्ग के अलावा फक्कड़ मुरादाबादी, डा. पूनम बंसल, आराधना गुप्ता, योगेन्द्रपाल सिंह विश्नोई, परशुराम 'नया कबीर' आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय थी।
बुधवार, 28 फ़रवरी 2024
सोमवार, 19 फ़रवरी 2024
यादगार आयोजन : वाट्स ऍप पर संचालित साहित्यिक मुरादाबाद समूह में 19 फरवरी 2017 को आयोजित 33 वें वाट्स ऍप कविसम्मेलन एवं मुशायरे में शामिल रचनाकारों की रचनाएं उन्हीं की हस्तलिपि में
वाट्स ऍप पर संचालित साहित्यिक मुरादाबाद समूह में रविवार 19 फरवरी 2017 को 33 वां वाट्स ऍप कविसम्मेलन और मुशायरा राजीव प्रखर के कुशल संचालन में आयोजित हुआ । इस आयोजन में 27 रचनाकार सर्वश्री सूर्यकांत द्विवेदी, विवेक प्रजापति, डॉ मुजाहिद फराज , डॉ ममता सिंह, डॉ मृड़ीक व्रतेश, डॉ माधव शर्मा, ओंकार सिंह विवेक, कंचन खन्ना, मंगला रस्तोगी, योगेंद्र वर्मा व्योम, डॉ एस पी सागर, अनवर कैफ़ी, डॉ अर्चना गुप्ता, राकिम मुरादाबादी, अमितोष शर्मा, मंगलेश लता यादव, डॉ रीता सिंह, डॉ देव शर्मा, हेमा तिवारी भट्ट, डॉ मीना नकवी, राजीव प्रखर, राम किशोर वर्मा, जितेंद्र कमल आनंद, मोनिका शर्मा मासूम, अनुराग रुहेला,श्री कृष्ण शुक्ल और मैं डॉ मनोज रस्तोगी शामिल हुए ।अध्यक्षता मैंने डॉ मनोज रस्तोगी ने की । प्रस्तुत हैं शामिल रचनाकारों की रचनाएं उन्हीं की हस्तलिपि में ..…....
::::::प्रस्तुति :::;;;;
डॉ मनोज रस्तोगी
8, जीलाल स्ट्रीट
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फ़ोन नंबर 9456687822
गुरुवार, 8 फ़रवरी 2024
महाराजा हरिश्चन्द्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय की रजत जयंती महोत्सव पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कवि सम्मेलन की अध्यक्षता डा. भूपति शर्मा जोशी ने की थी। मुख्य अतिथि माहेश्वर तिवारी थे। संचालन शिव अवतार सरस ने किया था। प्रस्तुत है इस आयोजन का दैनिक जागरण मुरादाबाद के 22 अगस्त 1998 के अंक में प्रकाशित समाचार ....…
मंगलवार, 26 सितंबर 2023
वाट्स एप पर संचालित समूह साहित्यिक मुरादाबाद में सात साल पहले 25 सितंबर 2016 को आयोजित 12 वां हस्तलिपि कवि सम्मेलन और मुशायरा
वाट्स एप पर संचालित समूह साहित्यिक मुरादाबाद में वर्ष 2016 से प्रत्येक रविवार को हस्त लिपि वाट्स एप कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन निरंतर चल रहा है। इस आयोजन में रचनाकार कागज पर अपनी हस्तलिपि में रचना लिखते हैं, अपने हस्ताक्षर करते हैं, नाम , पता और मोबाइल फोन नंबर लिखकर एक कोने में अपना चित्र चिपकाकर उसका चित्र समूह में साझा करते हैं । रविवार 25 सितम्बर 2016 को हमने 12 वां आयोजन किया था । इस आयोजन में 19 साहित्यकारों सर्वश्री राजीव प्रखर जी, योगेन्द्र वर्मा व्योम जी, डॉ मीना नकवी जी, जिया जमीर जी, डॉ रीता सिंह जी , मनीषा चड्डा जी, मनोज मनु जी, अनवर कैफ़ी जी, मंगलेश लता यादव जी, डॉ एस पी सागर जी वीरेंद्र सिंह बृजवासी जी, डॉ ममता सिंह जी, प्रदीप शर्मा जी, डॉ अर्चना गुप्ता जी,हेमा तिवारी भट्ट जी, संयम वत्स जी, डॉ वंदना पाण्डेय जी, मृडीक व्रतेश जी और मैंने डॉ मनोज रस्तोगी ने अपनी हस्तलिपि में रचनाएं साझा की थीं ।प्रस्तुत हैं साझा की गईं रचनाएं उन्हीं की हस्तलिपि में ..... ।
:::::प्रस्तुति:::::::
डॉ मनोज रस्तोगी
8, जीलाल स्ट्रीट
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर 9456687822
बुधवार, 9 अगस्त 2023
मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था ‘अक्षरा’ के तत्वावधान में 9 अगस्त 2013 को रायबरेली निवासी नवगीतकार डॉ. शिवबहादुर सिंह भदौरिया के निधन पर श्रद्धांजलि सभा
साहित्यिक संस्था ‘अक्षरा’ के तत्वावधान में दीनदयाल नगर, मुरादाबाद स्थित साहित्यकार योगेन्द्र वर्मा ‘व्योम’ के आवास पर 9 अगस्त 2013 को एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जिसमें रायबरेली निवासी वरिष्ठ नवगीतकार डॉ. शिवबहादुर सिंह भदौरिया के आकस्मिक निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उपस्थित साहित्यकारों ने भदौरिया जी के निधन को हिन्दी साहित्य-जगत की अपूर्णनीय क्षति बताते हुए कहा कि भदौरिया जी की गीत-कृति ‘पुरवा जो डोल गई’ हिन्दी साहित्य जगत में अत्यधिक चर्चित रही और उनकी अन्य गीत-कृतियों-‘शिंजनी’, ‘नदी का बहना मुझमें हो’, ‘लो इतना जो गाया’, ‘दर्द लौट आया’, ‘माध्यम और भी हैं’ तथा ‘गहरे पानी पैठ’ की साहित्य जगत द्वारा पर्याप्त सराहना की गई। गीत-नवगीत की सर्वाधिक प्रतिष्ठित पुस्तकों नवगीत दशक-दो तथा नवगीत अर्द्धशती में सम्मलित भदौरिया जी के गीत वास्तविकता के धरातल पर बड़ी ही सहजता से बतियाते हैं, उनके गीतों में विम्ब-विधान और शिल्प इतने प्रभावशाली ढंग से समाविष्ट हैं कि मिटटी की खुशबू से पाठक और श्रोता दोनों ही सराबोर हो जाते हैं।
इस अवसर पर उपस्थित साहित्यकारों सर्वश्री माहेश्वर तिवारी, ब्रजभूषण सिंह गौतम ‘अनुराग’, योगेन्द्र वर्मा ‘व्योम’, आनन्द कुमार ‘गौरव’, डॉ. अजय ‘अनुपम’, डॉ. कृष्णकुमार ‘नाज़’, मनोज ‘मनु’, डॉ. अवनीश सिंह चौहान, अंकित गुप्ता ‘अंक’, ओमकार सिंह ‘ओंकार’, सतीश ‘सार्थक’ आदि ने दो मिनट का मौन रखकर श्री भदौरिया को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
गुरुवार, 11 नवंबर 2021
मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'अक्षरा' एवं 'हिन्दी साहित्य सदन' के संयुक्त तत्वावधान में तीन नवम्बर 2016 को आयोजित कार्यक्रम में नवगीतकार माहेश्वर तिवारी का अभिनंदन किया गया ....
मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'अक्षरा' एवं 'हिन्दी साहित्य सदन' के संयुक्त तत्वावधान में तीन नवम्बर 2016 को श्रीराम विहार कालोनी स्थित 'विश्रान्ति' भवन में "अभिनंदन-उत्सव" का आयोजन किया गया जिसमें सुविख्यात नवगीतकार माहेश्वर तिवारी को उनकी उल्लेखनीय साहित्यिक उपलब्धियों के लिए उ०प्र० सरकार द्वारा प्रदत्त 'यश भारती' के परिप्रेक्ष्य में मानपत्र, अंगवस्त्र, श्रीफल नारियल भेंट कर आत्मीय अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हास्य-व्यंग्य कवि डॉ. मक्खन मुरादाबादी ने कहा कि "माहेश्वर तिवारी जी हिन्दी साहित्य के शीर्षस्थ रचनाकार हैं, उनके नवगीत कविता की एक नयी परिभाषा गढ़ते हैं।"
विशिष्ट अतिथि डी.पी.सिंह ने कहा कि "माहेश्वर जी को यश भारती बहुत पहले मिल जाना चाहिए था, वह इस सम्मान के सच्चे सुपात्र हैं।"
शायर डॉ. कृष्ण कुमार 'नाज़' ने कहा कि "माहेश्वर जी के नवगीत परंपरागत स्थापित सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं।"
साहित्यकार योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' ने इस अवसर पर कहा कि "माहेश्वर तिवारी जी के नवगीत वर्तमान के खुरदरे यथार्थ को मिठास के साथ प्रस्तुत करने वाले समकालीन कविता के मानक निर्मित करते हैं।"
कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ. अजय 'अनुपम' ने कहा कि "माहेश्वर जी को यश भारती से सम्मानित किए जाने से पूरा मुरादाबाद सम्मानित हुआ है, समूचा गीत-साहित्य सम्मानित हुआ है और खुद यश भारती गौरवान्वित हुआ है।"
इस अवसर पर सम्मानित डॉ. माहेश्वर तिवारी ने काव्यपाठ करते हुए कहा -
"डायरी में
उंगलियों के फूल से
लिख गया है
नाम कोई भूल से
सामने यह खुला पन्ना
दिख गया हो
कौन जाने आदतन ही
लिख गया हो
शब्द जो
सीखे कभी थे धूल से"
कार्यक्रम में गोकुलदास गर्ल्स डिग्री कालेज की प्राचार्या डॉ. अंजना दास विजय दिव्य, कौशल कुमारी आदि अनेक स्थानीय गणमान्य जन उपस्थित रहे।




















































