मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'हस्ताक्षर' की ओर से एक लघु-कथा गोष्ठी 13 अप्रैल 2019 को विश्नोई धर्मशाला, लाइनपार पर आयोजित की गयी। गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अजय 'अनुपम' ने की। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार अशोक विश्नोई एवं विशिष्ट अतिथि शिशुपाल 'मधुकर' रहे।
हेमा तिवारी भट्ट द्वारा प्रस्तुत माँ सरस्वती की वंदना से आरंभ हुई इस गोष्ठी में उपस्थित रचनाकारों द्वारा, भिन्न-भिन्न संदर्भों एवं परिवेशों पर आधारित लघुकथाएं प्रस्तुत की गयीं। डॉ अजय 'अनुपम' द्वारा 'पत्थर' शीर्षक से, अशोक विश्नोई द्वारा 'ममता', 'अपनापन' एवं 'इन्सान तो हूँ' शीर्षकों से, शिशुपाल 'मधुकर' द्वारा 'प्यास' एवं 'कातर दृष्टि' शीर्षकों से, हेमा तिवारी भट्ट द्वारा, 'कंजिका पूजन' एवं 'पापा रोते नहीं हैं' शीर्षकों से, राजीव 'प्रखर' द्वारा 'सभ्य' एवं 'भिखारी' शीर्षकों से, अंकित गुप्ता 'अंक' द्वारा 'नारी सशक्तिकरण' एवं 'मोबाइल' शीर्षकों से, डॉ मनोज रस्तोगी द्वारा 'पाँच सौ के सोलह नोट' एवं 'शान्ति भंग' शीर्षकों से, योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' द्वारा 'कीटाणु' एवं 'फेसबुक' शीर्षकों से लघु कथाएं प्रस्तुत की गयीं। संचालन राजीव 'प्रखर' ने किया तथा आभार अभिव्यक्ति योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' द्वारा की गयी। कार्यक्रम में नकुल त्यागी, राम सिंह 'नि:शंक', योगेन्द्र पाल सिंह विश्नोई आदि भी उपस्थित रहे।
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