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बुधवार, 19 जुलाई 2023

मुरादाबाद की संस्था कला भारती की ओर से रविवार 16 जुलाई 2023 को आयोजित साहित्य समागम कार्यक्रम में कवयित्री डॉ. प्रेमवती उपाध्याय को कलाश्री सम्मान

मुरादाबाद की संस्था  कलाभारती की ओर  से रविवार 16 जुलाई 2023 को आयोजित साहित्य समागम कार्यक्रम में  वरिष्ठ कवयित्री डॉ. प्रेमवती उपाध्याय को कलाश्री सम्मान से सम्मानित किया गया। उपरोक्त सम्मान समारोह एवं काव्य-गोष्ठी का आयोजन मिलन विहार स्थित आकांक्षा विद्यापीठ इंटर कॉलेज में हुआ। हेमा तिवारी भट्ट द्वारा प्रस्तुत माॅं सरस्वती की वंदना से आरंभ हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबा संजीव आकांक्षी ने की। मुख्य अतिथि रामदत्त द्विवेदी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीकृष्ण शुक्ल एवं डॉ. बृजपाल सिंह यादव उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मयंक शर्मा ने किया। 

     सम्मानित साहित्यकार डॉ. प्रेमवती उपाध्याय का जीवन परिचय राजीव प्रखर तथा अर्पित मान-पत्र का वाचन डॉ. मनोज रस्तोगी ने किया। संयोजन राजीव प्रखर, ईशांत शर्मा ईशु एवं आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ का रहा। सम्मान स्वरूप डॉ. प्रेमवती उपाध्याय को अंग-वस्त्र, मान-पत्र एवं प्रतीक चिह्न अर्पित किए गये। 

      रचना-पाठ करते हुए डॉ. प्रेमवती उपाध्याय ने कहा - 

"सुधा सिंधु से विष निकलेगा, 

था हमको अनुमान नहीं। 

वृथा जन्म यह होगा अपना, 

यह हमको था भान नहीं।" 

  इसके अतिरिक्त रामदत्त द्विवेदी,श्रीकृष्ण शुक्ल, योगेन्द्र वर्मा व्योम, डॉ.मनोज रस्तोगी, रघुराज सिंह निश्चल, अशोक विद्रोही, मनोज मनु, हेमा तिवारी भट्ट, मयंक शर्मा, राजीव 'प्रखर', इंजी. राशिद हुसैन, आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ, अंनत मनु आदि ने भी काव्य पाठ किया | राजीव प्रखर द्वारा आभार अभिव्यक्ति के साथ कार्यक्रम समापन पर पहुॅंचा।






















































मंगलवार, 20 जून 2023

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था कला भारती ने रविवार 18 जून 2023 को आयोजित कार्यक्रम में किया साहित्यकार अम्बरीष गर्ग को कलाश्री सम्मान से सम्मानित

 महानगर मुरादाबाद के साहित्यिक पटल को अपने साहित्यिक समर्पण से गौरवान्वित कर चुके वरिष्ठ साहित्यकार अम्बरीष गर्ग को कला भारती साहित्य समागम की ओर से रविवार 23 जून 2023 को आयोजित कार्यक्रम में  कलाश्री सम्मान से अलंकृत किया गया। उक्त आयोजन मिलन विहार स्थित आकांक्षा विद्यापीठ इंटर कॉलेज पर हुआ। कवयित्री रश्मि प्रभाकर द्वारा प्रस्तुत माॅं शारदे की वंदना से आरंभ हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता बाबा संजीव आकांक्षी ने की। मुख्य अतिथि नवगीतकार योगेन्द्र वर्मा व्योम एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में रामदत्त द्विवेदी एवं राजीव प्रखर मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ ने किया। 

      अर्पित मानपत्र का वाचन मयंक शर्मा तथा सम्मानित साहित्यकार अंबरीश गर्ग का जीवन परिचय राजीव प्रखर द्वारा प्रस्तुत किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें अंग-वस्त्र, मानपत्र एवं प्रतीक चिह्न अर्पित किए गये। कार्यक्रम के द्वितीय चरण में एक काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें रचना-पाठ करते हुए सम्मानित साहित्यकार अम्बरीष गर्ग ने कहा -

 "मैं नदिया का नीर, तटों का मोह नहीं करता

कल-कल कह कर भी मैं पल-पल जीवन जीता हूॅं 

भस्मभूत मानव को आखिर, मैं ही पीता हूॅं

 लहर-लहर मेरा जीवन, मैं कभी नहीं मरता" 

उनके अतिरिक्त जितेन्द्र जौली, प्रशांत मिश्र, अशोक विद्रोही, मयंक शर्मा, आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ, डॉ. मनोज रस्तोगी, रघुराज सिंह निश्चल, रश्मि प्रभाकर, डॉ. प्रेमवती उपाध्याय, रूपचंद, दुष्यंत बाबा, राजीव प्रखर, योगेन्द्र वर्मा व्योम, रामदत्त द्विवेदी एवं बाबा संजीव आकांक्षी ने भी विभिन्न सामाजिक विषयों पर काव्य पाठ किया। आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ ने आभार अभिव्यक्त किया।