हिन्दी साहित्य संगम के तत्वावधान में रविवार 1 मार्च 2020 को कवि गोष्ठी का आयोजन मिलन विहार, मुरादाबाद स्थित मिलन धर्मशाला में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री ओंकार सिंह ओंकार ने की ।मुख्य अतिथि श्री के.पी. सिंह सरल और विशिष्ट अतिथि - श्रीमती इन्दु रानी थीं
सरस्वती वन्दना मनोज वर्मा 'मनु' ने प्रस्तुत की तथा
संचालन श्री राजीव प्रखर ने किया
गोष्ठी में जितेंद्र कुमार जौली ने कहा -
कल तक जो ना कहा,
वो आज मुख से बसन्ती बोली ।
आओ गब्बर मिलकर खेलें होली ।।
के० पी० सिंह सरल का कहना था -
दिल्ली में शैतान ने, नग्न किया था नांच ।
मार काट के साथ ही, खूब लगाई आंच ॥
ओंकार सिंह ओंकार ने कहा -
नफरतों की आग से बस्ती बचाने के लिए,
प्यार की बरसात से ज्वाला शमन करते चलें।
प्रदीप शर्मा 'विरल' ने कहा -
दिल के राज बताता क्यूँ है
अपने गीत सुनाता क्यूँ है।
इन्दु रानी ने कहा -
कैसे कहूँ के निगाहों पे पर्दे हैं गिराए गए
चाहत जो भी सियासती वही है दिखाए गए|
विकास मुरादाबादी ने कहा -
हालात-ए-दिल्ली पर गये सब लोग तिलमिला
घरवाले ये अपने ही घर को क्यों रहे जला
राशिद मुरादाबादी ने कहा-
ना जाने मेरा शहर इस क़दर वीरान क्यूँ है
उठ रहा धुआं, जल रहे हर तरफ मकान क्यूँ है
राजीव प्रखर ने कहा -
मिलजुल कर ऐसे हटें, आपस के संताप।
कुछ उलझन कम हम करे, कुछ सुलझायें आप
योगेन्द्र वर्मा 'व्योम' का कहना था-
चलो फिरकापरस्ती की मिटायें तीरगी मिलकर
उगायें फिर मुहब्बत की सुनहरी रोशनी मिलकर
सियासत की हजारों कोशिशें बेकार जायेंगी
अगर रिश्तों में हम कायम रखेंगे ताजगी मिलकर
अशोक विद्रोही ने कहा -
जो सैनिक कल बाढ़ में, बचा रहे थे प्रान
उनको पत्थर मारते, वाह रे हिन्दुस्तान
मनोज वर्मा 'मनु' ने कहा -
फागुन तेरे आ जाने पर ना जाने क्या बात हुई
खुशियों से दिल झूम उठा जब रंगों की बरसात हुई
रामदत्त द्विवेदी का कहना था -
होली की चौपाई में फंस गए दर्शनलाल
लड़कों ने कर दी उन्ही की टोपी लाल
::::::::: प्रस्तुति ::::::::::
**जितेंद्र कुमार जौली
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर 9358854322