रविवार, 19 दिसंबर 2021

मुरादाबाद की साहित्यकार इला सागर के कहानी संग्रह 'क्योंकि- द सिनफुल बिकॉज़' का कार्तिकेय की ओर से आयोजित समारोह में विमोचन

मुरादाबाद की  साहित्यकार इला सागर के कहानी संग्रह 'क्योंकि- द सिनफुल बिकॉज़' का विमोचन सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था कार्तिकेय की ओर से रविवार 19 दिसम्बर 2021 को आयोजित समारोह में किया गया।

 मुरादाबाद के स्वतंत्रता सेनानी भवन में हुए समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी नगर आलोक कुमार वर्मा तथा विशिष्ट अतिथि दीपक बाबू सीए द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।  मां सरस्वती वंदना दीपिका अग्रवाल और संतोष गुप्ता  ने प्रस्तुत की। संचालन करते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी व राम लीला निर्देशक डॉ पंकज दर्पण अग्रवाल ने इला सागर की पुस्तक के सन्दर्भ में जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि और कार्तिकेय संस्था के अध्यक्ष दीपक बाबू ने कहा कि कार्तिकेय संस्था का उद्देश्य  नवोदित प्रतिभाओं को आगे लाने का है। मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी नगर आलोक कुमार वर्मा ने कहा कि साहित्य ही समाज का दर्पण होता है। साहित्य के द्वारा ही समाज मे अनेक प्रकार के सकारात्मक बदलाव सम्भव हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराजा हरिश्चंद्र महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ काव्य सौरभ रस्तोगी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में मुम्बई से पधारे वरिष्ठ हिंदी सेवी एम एल गुप्ता, दयानन्द कॉलेज की प्राचार्या डॉ जौली गर्ग और गाज़ियाबाद में तैनात क्षेत्रीय वैज्ञानिक अधिकारी एस सी शर्मा ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर रश्मि प्रभाकर, मीनाक्षी ठाकुर, डॉ रीता सिंह, डॉ संगीता महेश, मयंक शर्मा, श्री कृष्ण शुक्ल आदि  ने काव्य पाठ किया।

समारोह में गोपाल हरि गुप्ता, अभय पाण्डेय, डॉ नीलू सिंह, सागर रस्तोगी, डॉ महेश दिवाकर, शिशुपाल सिंह मधुकर, डॉ शशि त्यागी, आवरण अग्रवाल, ईशांत शर्मा, राजीव प्रखर, शालिनी भारद्वाज , दुष्यंत बाबा, डॉ मनोज रस्तोगी, धवल दीक्षित, अम्बरीष गर्ग, अंजू अग्रवाल, शिव ओम वर्मा, संगीता महेश, स्वदेश कुमारी, रति रस्तौगी  आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे। इला सागर ने आभार व्यक्त किया।




























::::::प्रस्तुति:::::::

डॉ पंकज दर्पण अग्रवाल

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2021

मुरादाबाद मंडल के जनपद सम्भल के प्रख्यात गीतकार स्मृतिशेष रामावतार त्यागी की जन्मभूमि कुरकावली में अमृत महोत्सव आयोजन समिति की ओर से गुरुवार 16 दिसम्बर 2021 को राष्ट्रवादी कविसम्मेलन का आयोजन

मुरादाबाद मंडल के जनपद सम्भल की अमृत महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष एडवोकेट राहुल दीक्षित एवं भू केंद्र शर्मा के निर्देशन और प्रख्यात साहित्यकार त्यागी अशोक कृष्णम के संयोजन में  प्रख्यात गीतकार स्मृतिशेष रामावतार त्यागी की जन्मभूमि कुरकावली में स्वाधीनता का अमृत महोत्सव कार्यक्रम श्रंखला के अंतर्गत राष्ट्रवादी कविसम्मेलन का आयोजन गुरुवार 16 दिसम्बर 2021  को किया गया।  कार्यक्रम की अध्यक्षता ए के रिसॉर्ट के स्वामी अमित त्यागी ने की। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक आशुतोष जी थे। 

कार्यक्रम का शुभारंभ भारतमाता के चित्र पर माल्यार्पण एवं सिकन्दराराऊ हाथरस से पधारीं कवयित्री उन्नति भारद्वाज द्वारा प्रस्तुत मां सरस्वती वंदना से हुआ । इसके पश्चात उन्होंने राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत रचनाएं प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया । सम्भल की पावन धरा को नमन करते हुए उन्होंने कहा ---

पृथ्वीराज की राजधानी का गुणगान करती हूं,

शंकर जी की इस पावन धरा का मान करती हूं,

श्रीमद् भागवत में है कल्कि अवतार का वर्णन ,

प्रकट होंगे जहां विष्णु उनका यशगान  करती हूं।

  कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए प्रख्यात व्यंग्य कवि त्यागी अशोक कृष्णम का कहना था ---

 भारत माता की रखी वीरों ने ही लाज 

 प्राण निछावर कर दिए देश धर्म के काज

 वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी ने कोरोना के संदर्भ में रचना प्रस्तुत की ---

 मत कहो वायरस जहरीला बहुत

 इंसान ही आजकल कमजोर है

 आगरा के चर्चित कवि दीपक दिव्यांशु ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच रचना प्रस्तुत की ---

 भारती के चीर पर जब भी नजर गंदी पड़ी।

हुक्मरानी हस्तियों की आंख जब उस पर गढ़ी।

तो ढाल बनकर मौत की संगीन लेकर निज करों में।

जिंदगी का दान देकर जंग हमने है लड़ी।

      युवा साहित्यकार अतुल कुमार शर्मा ने अपनी सँस्कृति और परंपराओं से जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा ---

 सूर्य अर्घ्य और गाय की पहली रोटी ,हमें अच्छे से याद है।

 तुलसी पूजा और  चौपालों का सत्संग भी याद है।

 सुजातपुर के कवि प्रदीप कुमार का स्वर था ---

 मिला है नीर गंगा का शहीदों के लहू के संग।

है चंदन से भी पावन मेरे हिंदुस्तान की मिट्टी।

इस अवसर पर स्मृतिशेष रामावतार त्यागी जी के भतीजे राहुल त्यागी ने शेरजंग गर्ग द्वारा संपादित कृति " हमारे लोकप्रिय गीतकार - रामावतार त्यागी " सभी कवियों को भेंट की । आयोजकों द्वारा सभी कवियों को अंगवस्त्र ,सम्मान पत्र व सम्मान राशि प्रदान कर सम्मानित भी किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व एमएलसी भारत सिंह यादव, लोकतंत्र सेनानी चौधरी महिपाल सिंह, चौधरी नरेंद्र सिंह, योगेंद्र त्यागी, प्रदीप कुमार त्यागी, प्रेमराज त्यागी, खिलेंद्र सिंह, सुभाष चन्द्र शर्मा आदि उपस्थित रहे ।






























:::::::प्रस्तुति:::::

त्यागी अशोक कृष्णम 

कुरकावली, जनपद सम्भल

उत्तर प्रदेश, भारत

मंगलवार, 14 दिसंबर 2021

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति मुरादाबाद की ओर से 14 दिसम्बर 2021 को काव्य गोष्ठी का आयोजन

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति  द्वारा विश्नोई धर्मशाला लाइनपार में 14 दिसम्बर 2021 को 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत काव्य गोष्ठी का आयोजन  किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ रश्मि प्रभाकर द्वारा प्रस्तुत  सरस्वती वंदना से  हुआ। 

गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ प्रेमवती उपाध्याय ने कहा ---

चन्दन है इस देश की माटी , 

आओ नमन करें -

शत शत नमन करें ।।

 मुख्य अतिथि के रूप में ओंकार सिंह ओंकार ने कहा -

 हम नयी राहें बनाने का जतन करते चलें।

 जो भी वीराने मिलें उनको चमन करते चलें।।

 विशिष्ट अतिथि केपी सिंह सरल ने कहा-

 ऐसे वीर बांकरों से ही रक्षा होती हिंदुस्तान की।

 गोष्ठी का संचालन करते हुए अशोक विद्रोही ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा ---

कर नमन जनरल को फिर से

हमको कहना चाहिए!

हम रहें या न रहें 

भारत ये रहना चाहिेए।

हे वीर विपिन रावत जनरल!

हम नमन हृदय से करते हैं!!

तुम जैसे भारत के सपूत,

न कभी,मृत्यु से मरते हैं!!

वरिष्ठ रचनाकार रघुराज सिंह निश्चल ने कहा ---

सारे जग में घूम लो ,सारा जग लो छान 

सबसे अच्छा देश है ,अपना हिंदुस्तान।।

 राम सिंह निशंक ने कहा -

 ऐसी खुशबू ना मिलेगी

  ऐसी माटी ना मिलेगी

   कर ले राष्ट्र को प्रणाम,

    कर ले तिरंगे को प्रणाम।

कवयित्री रश्मि प्रभाकर ने अपनी रचनाओं से सभी का मन मोह लिया । उन्होंने कहा ---

कड़वे मीठे अनुभव का कुछ स्वाद बनाए रखिए ।

कैसी भी हो परिस्थिति संवाद बनाए रखिए।

शबाबुलहसन मैनाठेरी ने कहा --

आदमी के काम आना आदमी का फर्ज है ।

आदमी हैं आप तो फिर आदमी बन जाइए।

वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी ने चुनाव के संदर्भ में कहा-

रिझाने के दिन आ गए, लुभाने के दिन आ गए।

 पांच साल में लगी आग बुझाने के दिन आ गए।

युवा शायर शुभम कश्यप ने कहा-

सब हवादार शून्य निकले 

 बेअमल यार शून्य निकले

मनोज वर्मा मनु ने कहा-

उच्च प्रगति को प्राप्त कर गढिये नव प्रतिमान,

 विश्व गुरु फिर से बने, मेरा देश महान।

कृपाल सिंह धीमान ने कहा --

 मत बांधो हरिहर धारा पावन पथ है प्यारा न्यारा।

राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति के संरक्षक  योगेंद्र पाल विश्नोई द्वारा आभार अभिव्यक्ति के बाद काव्य गोष्ठी विश्राम पर पहुंची।















::::::प्रस्तुति::::

अशोक विद्रोही 

उपाध्यक्ष

राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति मुरादाबाद

उत्तर प्रदेश, भारत