मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति द्वारा विश्नोई धर्मशाला लाइनपार में 14 दिसम्बर 2021 को 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के अंतर्गत काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का शुभारंभ रश्मि प्रभाकर द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से हुआ।
गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डॉ प्रेमवती उपाध्याय ने कहा ---
चन्दन है इस देश की माटी ,
आओ नमन करें -
शत शत नमन करें ।।
मुख्य अतिथि के रूप में ओंकार सिंह ओंकार ने कहा -
हम नयी राहें बनाने का जतन करते चलें।
जो भी वीराने मिलें उनको चमन करते चलें।।
विशिष्ट अतिथि केपी सिंह सरल ने कहा-
ऐसे वीर बांकरों से ही रक्षा होती हिंदुस्तान की।
गोष्ठी का संचालन करते हुए अशोक विद्रोही ने जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कहा ---
कर नमन जनरल को फिर से
हमको कहना चाहिए!
हम रहें या न रहें
भारत ये रहना चाहिेए।
हे वीर विपिन रावत जनरल!
हम नमन हृदय से करते हैं!!
तुम जैसे भारत के सपूत,
न कभी,मृत्यु से मरते हैं!!
वरिष्ठ रचनाकार रघुराज सिंह निश्चल ने कहा ---
सारे जग में घूम लो ,सारा जग लो छान
सबसे अच्छा देश है ,अपना हिंदुस्तान।।
राम सिंह निशंक ने कहा -
ऐसी खुशबू ना मिलेगी
ऐसी माटी ना मिलेगी
कर ले राष्ट्र को प्रणाम,
कर ले तिरंगे को प्रणाम।
कवयित्री रश्मि प्रभाकर ने अपनी रचनाओं से सभी का मन मोह लिया । उन्होंने कहा ---
कड़वे मीठे अनुभव का कुछ स्वाद बनाए रखिए ।
कैसी भी हो परिस्थिति संवाद बनाए रखिए।
शबाबुलहसन मैनाठेरी ने कहा --
आदमी के काम आना आदमी का फर्ज है ।
आदमी हैं आप तो फिर आदमी बन जाइए।
वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मनोज रस्तोगी ने चुनाव के संदर्भ में कहा-
रिझाने के दिन आ गए, लुभाने के दिन आ गए।
पांच साल में लगी आग बुझाने के दिन आ गए।
युवा शायर शुभम कश्यप ने कहा-
सब हवादार शून्य निकले
बेअमल यार शून्य निकले
मनोज वर्मा मनु ने कहा-
उच्च प्रगति को प्राप्त कर गढिये नव प्रतिमान,
विश्व गुरु फिर से बने, मेरा देश महान।
कृपाल सिंह धीमान ने कहा --
मत बांधो हरिहर धारा पावन पथ है प्यारा न्यारा।
राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति के संरक्षक योगेंद्र पाल विश्नोई द्वारा आभार अभिव्यक्ति के बाद काव्य गोष्ठी विश्राम पर पहुंची।
::::::प्रस्तुति::::
अशोक विद्रोही
उपाध्यक्ष
राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश, भारत
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