रविवार, 21 मई 2023

मुरादाबाद के साहित्यकार डॉ पुनीत कुमार की व्यंग्य कविता सफलता का राज


हमारे एक मित्र ने

छोटा मोटा अवसर भी

बेकार नहीं गंवाया

धड़ल्ले से नौकरी की

खूब पैसा कमाया

आउट ऑफ वे जाकर

प्रमोशन पाए

सबकी वाह वाही लूटी

अनेक पुरस्कार जुटाए

रिटायरमेंट के बाद

हमने उनसे पूछा

सफलता का राज


उन्होंने बताया

सब कुछ बहुत

आसान है भाया

केवल

आम आदमी को

हर बात पे हड़काना है

सारा कानून

सारा संविधान समझाना है

खास लोगों के हाथ

चुपचाप बिकना है

ईमानदार बनना नहीं

सिर्फ दिखना है

बिना सुविधा शुल्क के

नहीं करना है कोई काम

उच्च अधिकारियों को

रोज ठोकना है सलाम

इसके साथ चापलूसी 

और मक्खन बाजी की माला

अगर आप 

सुबह शाम जपेंगे

तो आप भी मेरी तरह

शान से नौकरी करेंगे।


✍️डॉ पुनीत कुमार

T 2/505 आकाश रेजीडेंसी

मुरादाबाद 244001

M 9837189600

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