गुरुवार, 13 मार्च 2025

मुरादाबाद मंडल के बहजोई (जनपद संभल ) के साहित्यकार दीपक गोस्वामी चिराग की ग़ज़ल....खुशियों की बौछार है होली ....


रंगों का त्यौहार है होली।

खुशियों की बौछार है होली।।

बर्षों से जो बसा है मन में।

गंगा-जमुनी प्यार है, होली।।

कचरी, पापड़, भल्ले, गुंझिया ।

व्यंजन की भंडार है होली।।

कृष्ण खेलते राधा के सँग।

ब्रज की फाग-फुहार है, होली।। 

घुटी भांग, पीते ठंडाई।

मस्ती अपरंपार है होली।।

पिचकारी-टोली बच्चों की।

रंगों की भरमार है होली।।

नफरत छोड़ो मिलो प्रेम से ।

करती यही पुकार है होली।।


✍️दीपक गोस्वामी चिराग, 

शिव बाबा सदन, कृष्णाकुंज 

बहजोई (संभल)-244410 

उत्तर प्रदेश, भारत

मो. 9548812618

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