शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025

मुरादाबाद मंडल के जनपद रामपुर निवासी राम किशोर वर्मा का गीत ....पुरुषोत्तम श्रीराम


भारत के कण-कण बसे, पुरुषोत्तम श्रीराम ।

हर जन के वह प्राण हैं, यही धारणा आम ।।


राम चरित वह ग्रंथ है, सारे शास्त्र समाय ।

मात-पिता गुरु के लिए, आदर भाव सिखाय ।।

सौतेली माँ हो कभी, करें न दुर्व्यवहार ।

दासी कैसी है सदा, करिए सोच-विचार ।।

पुरुषोत्तम श्रीराम के, कर्म सभी अभिराम ।

हर जन के वह प्राण हैं, यही धारणा आम ।।


प्रजा प्रेम का भी करें, बहुत अधिक सम्मान ।

केवट जैसे की सदा, रखें आय का ध्यान ।।

श्राप मुक्त पत्थर किया, दे नारी का रूप ।

पशु-पक्षी सबके बने, चिंतक राम अनूप ।।

भिलनी के उस प्रेम में, नहीं जाति का काम ।

हर जन के वह प्राण हैं, यही धारणा आम ।।


मित्र बने तो दीजिए, उसका पूरा साथ ।

शरण पड़े तो लीजिए, उसको हाथों-हाथ ।।

बुरी दृष्टि का कीजिए, तत्क्षण ही उपचार ।

कोई जब शंका करे, दिया सभी कुछ वार ।।

पग-पग पर सिखला रहे, वनवासी प्रभु राम ।

हर जन के वह प्राण हैं, यही धारणा आम ।।


विद्वजनों को दीजिए, सदा मान-सम्मान ।

लक्ष्मण भ्राता से कहा, लो रावण से ज्ञान  ।।

राक्षस सारे तर गये, सफल हुआ यह काज ।

जीती लंका सौंप दी, दिया विभीषण राज ।।

किये शत्रु हित कार्य भी, पुरुषोत्तम श्रीराम ।

हर जन के वह प्राण हैं, यही धारणा आम ।।

  

✍️राम किशोर वर्मा 

   रामपुर

उत्तर प्रदेश, भारत



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