मौहब्बत की दुनिया बसाने से पहले ।
कोई ग़म न था तेरे आने से पहले।।
बिछड़ने की इतनी कहानी है अपनी ।
खफा वो हुए आज़माने से पहले।।
खुशी इस कदर कोशिशों से मिली थी।
के हम रो पड़े मुस्कुराने से पहले ।।
न रह पाए हम लब हिलाने के काबिल।
उन्हें हाल दिल का सुनाने से पहले।।
हमें उम्र भर की मिलेगी जुदाई ।
ये सोचा न था दिल लगाने से पहले।।
मनाने का हमको तरीका बता दो।
सनम बेसबब रूठ जाने से पहले।।
तुम्हारी भी आंखों से आंसू बहेंगे।
मेरी हर निशानी मिटाने से पहले।।
तड़पता न दिल इस तरह मेरा हमदम।
बताते तो कुछ दूर जाने से पहले।।
मुझे आ दबोचा अंधेरों ने रशिद।
मेरी जिंदगी जगमगाने से पहले।।
✍️ राशिद हुसैन
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
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