रविवार, 13 फ़रवरी 2022

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था 'हस्ताक्षर'की ओर से मतदाता जागरूकता पर रविवार 12 फरवरी 2022 को वाट्सएप पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की अध्यक्षता डॉ प्रेमवती उपाध्याय ने की। मुख्य अतिथि वीरेन्द्र सिंह "ब्रजवासी और विशिष्ट अतिथि डॉ पूनम बंसल, रहीं। संचालन राजीव प्रखर ने किया। प्रस्तुत है गोष्ठी में शामिल साहित्यकारों डॉ प्रेमवती उपाध्याय, वीरेन्द्र सिंह "ब्रजवासी", डॉ पूनम बंसल, श्रीकृष्ण शुक्ल, डॉ मनोज रस्तोगी, डॉ अर्चना गुप्ता, योगेन्द्र वर्मा 'व्योम', राजीव 'प्रखर',मनोज वर्मा 'मनु', ज़िया ज़मीर, हेमा तिवारी भट्ट, डॉ रीता सिंह, निवेदिता सक्सेना, मोनिका मासूम, दुष्यन्त 'बाबा', प्रशान्त मिश्र, आवरण अग्रवाल " श्रेष्ठ " और राम सिंह निशंक की रचनाएं ---


मतदान करो। मतदान करो ।

अपने मत का तुम मान करो  ।।

बिन समय गवाएं मतस्थल पर

जाकर अपना मत दान करो ।।

यह धर्म भी है कर्तव्य भी है  

निज लक्ष्य  भेद संधान करो ।।

मत की शक्ति को समझो  तुम 

कुछ घड़ियों का बलिदान करो ।।

इस प्रजातंत्र को लाने में

सिर कटे असंख्य संज्ञान करो ।।

मतदान करो मतदान करो ।।

श्रम ,बना ,साधना हो जिसका

ऐसा शासक निर्माण करो ।।

धरती को स्वर्ग बनाने हित

संकल्पित हो मतदान करो ।।

मतदान करो मतदान करो ।।

अपने मत का सम्मान करो।


✍️ डॉ प्रेमवती उपाध्याय

 मुरादाबाद 244001

 उत्तर प्रदेश, भारत

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हर  मानव  को  करना होगा,

पावनतम               मतदान,

तभी   बुलंदी   पर   पहुंचेगा,

अपना        देश        महान।

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सबको साथ में लेकर चलना,

जिसको    भी    आता    हो,

भेद-भाव  का  एक शब्द भी,

जिसे     नहीं     भाता     हो,

अपने  मन  में  उसकी सूरत,

रखें           सदा      श्रीमान।

तभी बुलंदी-----------------


जो  लालच  का  फंदा  फेंके,

झूठी         कसमें        खाए,

अपनी स्वार्थ सिद्धि  में  भैया,

सबको         गले       लगाए,

सही बटन को दाब के उसका,

करो          चूर      अभिमान।

तभी बुलंदी------------------


अपने  को छोटा मत  समझो,

समझो        केवल       दाता,

एक वोट  की  कीमत  बनती,

भारत      भाग्य       विधाता,

सच कहता हूँ, जग  में तुमसा,

नहीं          कोई        विद्वान।

तभी बुलंदी-----------------


सारे    दानों   से   बढ़कर   है,

सिर्फ         एक        मतदान,

अभी  नहीं  समझे  तो  होगा,

जन     -     मानस       हैरान,

पहले मत का दान  करो  तब,

कर          लेना      जलपान।

तभी बुलंदी----------------

        

 ✍️वीरेन्द्र सिंह "ब्रजवासी"

     मुरादाबाद 244001

     उत्तर प्रदेश, भारत

     मोबाइल फोन नम्बर  9719275453

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1

करें मतदान सब मिलकर ,सही सरकार चुनना है।

यही है फर्ज हम सबका ,हृदय की बात सुनना है।

मिला अधिकार है हमको ,करें अभिमान हम उसपर 

सपन हों अब सभी पूरे ,सुखद आकाश बुनना है।।


2

चुनावी है समर देखो ,चलो मतदान करते हैं।

दिया जो राष्ट्र ने हमको वही दायित्व भरते हैं।

करें चिंतन मनन अपना,तभी दें वोट जाकर हम 

जहां हो सोंच जनहित की ,किसी से वो न डरते हैं।।


3

वोट की चोट से ही संवरता वतन।

आज मिलकर करें राष्ट्र हित में जतन।

नेक नीयत रखें फिर विधायक चुनें 

कर्म पूजा बने हो सफल ये हवन।।


4

उत्सव है चुनाव एक सभी करें सत्कार ।

संविधान से है मिला हमको ये उपहार।

हमको ये उपहार इसे न व्यर्थ गवाएं 

खुद भी डालें वोट दूसरों को समझाएं ।

सही बनी सरकार सभी कुछ होगा संभव 

जाति धर्म को भूल मनाएं मिल कर उत्सव।।


✍️ डॉ पूनम बंसल 

10, गोकुल विहार 

 कांठ रोड ,मुरादाबाद 

 उत्तर प्रदेश, भारत

 मोबाइल फोन नम्बर 9412143525

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मौसम आया फिर चुनाव का, फिर से है सरकार बनाना।

लेकिन आलस में मत पड़ना, वोट डालने निश्चित जाना।।


नेताजी लेकर आए हैं, लोक लुभावन ढेरों वादे।

जनता भी है भोली भाली, समझ न पाती कुटिल इरादे।।

पहले इनकी चाल परखना, फिर इनका इतिहास समझना।

लेकिन आलस में मत पड़ना, वोट डालने निश्चित जाना।।


एक एक मत का महत्व है, अपने मत को व्यर्थ न करना।

बूँद बूँद से घट भरता है, बात सभी को ये समझाना।।

जात धर्म से ऊपर उठकर, अच्छे प्रत्याशी को चुनना।

लेकिन आलस में मत पड़ना, वोट डालने निश्चित जाना।।


मतगणना में भी प्रत्याशी, होते रहते आगे पीछे।

कहीं तुम्हारे एक वोट से, योग्य नहीं रह जाए पीछे।।

वो हारा तो तुम हारोगे, पाँच साल तक फिर पछताना।

गाँठ बाँध लो भैया बहिना, वोट डालने निश्चित जाना।।


✍️श्रीकृष्ण शुक्ल

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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घर-घर में करना यह आह्वान है

हर वोटर को करना मतदान है।

         

ताकत  को अपनी  पहचानें 

वैधानिकअधिकारों को जानें                

लोकतंत्र    के   महापर्व   में

सब  शामिल होने  की ठानें 

मास्क पहनकर चलें बूथपर

बाद में ही करना जलपान है।


किसी के न  समझाने  में  आएं 

किसी के न  धमकाने  में  आएं 

वादों  के   हैं  जाल  हर  तरफ 

किसी के  न  बहकाने   में  आएं

जाति और धर्म का मोह छोड़कर

सही बटन की करना पहचान है।


सुख-दुख में जो साथ निभाए

एक आवाज़  पर  दौड़ा आए

उसे  चुनो  जो स्वयं  सदन में                  

बहुमत  की   सरकार  बनाए 

बंटवारे  की  नीति  छोड़ कर 

राष्ट्र-प्रेम  का  करना  गान है,

✍️ डॉ मनोज रस्तोगी

8,जीलाल स्ट्रीट

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन 9456687822

Sahityikmoradabad.blogspot.com

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करें हम मन से ये ऐलान, 

करेंगें अपना हम मतदान।

मिला हमको है ये अधिकार,

चुनेंगे हम अच्छी सरकार।


हमारी ताकत अपना वोट

न देंगे उसको जिसमें खोट

रहेंगे पूरे हम तैयार

चुनेंगे हम अच्छी सरकार।


करे जो जग में हित के काम

न देखे जो अपना आराम

उसी की है हमको दरकार

चुनेंगे हम अच्छी सरकार।


करे उन्नत जो अपना देश,  

मिटाये आपस के सब द्वेष।

वही होगा हमको स्वीकार, 

चुनेंगे हम अच्छी सरकार


सदा सेवा हो जिसका धर्म, 

समझ ले जनता का जो मर्म।

उसे वोटों से देंगे प्यार,

चुनेंगे हम अच्छी सरकार।


✍️डॉ अर्चना गुप्ता

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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गांधी जी के सपनों का

फिर हिन्दुस्तान बनाना है

नया उजाला लाना है


जानो, समझो, जागो

तुम तो सम्मानित मतदाता हो

शस्य श्यामला इस भारत के

असली भाग्यविधाता हो

दिशा देश की तय करने को

तुमको फ़र्ज़ निभाना है


बने जागरूक अब तो समझे

भारत का हर मतदाता

उसके एक वोट से सारा ही

परिदृश्य बदल जाता

उदासीनता का सबको ही

अब अंधियार मिटाना है


चलो शपथ लें लोकतंत्र का

सब मिलकर सम्मान करें

सभी ज़रूरी काम छोड़

सबसे पहले मतदान करें

जाति-धर्म से ऊपर उठकर

अब इतिहास रचाना है


✍️ योगेन्द्र वर्मा 'व्योम'

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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(1)

उठो साथी नये युग का, पुनः सन्धान करना है।

खड़ा है पर्व द्वारे पर, हमें सम्मान करना है।

उचित प्रतिनिधि मिले हमको, इसी उद्देश्य से प्यारे,

सभी को बूथ पर जाकर, महा मतदान करना है।

******

(2)

राष्ट्र की संचेतना, हर नागरिक के मान का।

दे रहा अवसर हमें फिर, आज गौरव-गान का।

है अगर अधिकार तो, कर्तव्य भी इसमें निहित,

फिर जगाने आ गया लो, पर्व यह मतदान का।


 ✍️ राजीव 'प्रखर'

 डिप्टी गंज

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश , भारत

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प्रजातन्त्र का  महापर्व है ,

सब अपना अवदान करो, 

 चलो सभी मतदान करो, 

 आओ सभी मतदान करो,,

         

  अल्प काल में ढह ना पाए,

  अटल  व्यवस्था  चुननी  है, 

  ऊपर उठकर जात-पात से ,

सबल  व्यवस्था  चुननी  है,

छोटी छोटी सोच में फँसकर,

 मत  अपना  नुकसान  करो, 

 चलो  सभी  मतदान करो ।।..


  प्रजातंत्र का मतलब जनमत, 

  इससे  हटकर  मत  चूको ,

  बहुत क़ीमती होता है 'मत' 

  ऐसा  अवसर   मत  चूको,,

 सूझ-बूझ से सोच समझ कर, 

 स्वयं  राष्ट्र  निर्माण  करो,,

 चलो सभी मतदान करो।।...


 मान-मनौवल या लालच में,

 पढ़कर धोखा मत खाना,

 चिकने-चुपड़े बहलावों में, 

 कभी भूलकर मत आना,

 नायक या खलनायक चेहरा,

 इसकी भी पहचान करो,,

 चलो सभी मतदान करो।।.


देश को जिस ने किया खोखला

उन्हें पनपने मत देना,

समझ रहे जो इसे बपौती 

इसे हड़पने मत देना,

अब 'मत' का अधिकार है तुमपे

 सच्चे का संधान करो,,

 चलो सभी मतदान करो।।..


✍️ मनोज वर्मा 'मनु'

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल फोन नम्बर  6397093523

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पांच बरस के बाद हमें फिर फ़र्ज़ निभाना है

मिला जो है अधिकार उसी का क़र्ज़ चुकाना है


आने वाला कल हम सबको दोष न दे जाए

सत्ता लोभी और नाकारा जीत नहीं पाए

लोकतंत्र का परचम अपना यूं ही लहराए

पर्व है सबसे बड़ा देश का व्यर्थ नहीं जाए

मत के दिन सबसे पहले मतदान को जाना है 

पांच बरस के बाद हमें फिर फ़र्ज़ निभाना है


सबका ध्यान रखे जो उसको ही मतदान करें

बंटवारा करने वालों को हम हैरान करें

मत है दान बड़ा तो इसको व्यर्थ न दान करें

प्रतिनिधि ऐसा चुनें कि हम ख़ुद पर अभिमान करें

मतदाताओ! ख़ुद को बुध्दिमान बनाना है 

पांच बरस के बाद हमें फिर फ़र्ज़ निभाना है


मिला किसी को इससे बेहतर क्या अधिकार भला! 

देश नहीं यह अपने ऊपर है उपकार भला

जिसने वोट किया, अच्छों से वो बीमार भला

उंगली पर स्याही से अच्छा क्या श्रंगार भला! 

ख़ुद करके मतदान ये औरों को समझाना है

पांच बरस के बाद हमें फिर फ़र्ज़ निभाना है


लालच देने वाला हर नेता परेशान रहे

लोकतंत्र का ढांचा अपना आलीशान रहे

मतदानी हर इक मुख पर बिखरी मुस्कान रहे

पिकनिक का यह दिवस नहीं है - इतना ध्यान रहे

महापर्व का धूमधाम से जश्न मनाना है

पांच बरस के बाद हमें फिर फ़र्ज़ निभाना है


✍️ ज़िया ज़मीर

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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चौदह तारिख निश्चित,हम बूथ पे जायेंगे

हम डाल वोट अपना कर्तव्य निभायेंगे।

सुन लो भय्या,बहना हम नहीं भुलायेंगे।

अपनी किस्मत के दीप हम आप जलायेंगे।

चौदह तारिख निश्चित......

सुन लो चाचा चाची हम कसम ये खायेंगे।

किसी ऐरे गैरे को हम नहीं जितायेंगे।

 चौदह तारिख निश्चित......

सुन लो ताऊ ताई संकल्प धरायेंगे।

मतदान किये बिन हम खाना ना खायेंगे।

चौदह तारिख निश्चित.......

सुन लो दादा दादी सबको समझायेंगे।

अवसर ऐसे फिर रोज रोज ना आयेंगे।

चौदह तारिख निश्चित......

सुन लो खाला फूफी सब गीत ये गायेंगे।

मतदान की स्याही से शुभ कल सजायेंगे।

चौदह तारिख निश्चित.....


✍️ हेमा तिवारी भट्ट

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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हुई अठारह की है रानी

अब वोट डालने जायेगी,

काकी काका अम्मा बाबा

सभी को बूथ पहुँचायेगी ।


असहायों की बन सहायक

मतदान उन्हें करवायेगी ,

छूट जाये न कोई दाता

मत सबका ही पड़वायेगी ।


मत प्रतिशत क्यों रहे अधूरा

जब गिन गिन मत डलवायेगी,

बहुमत की होगी विधायिका

कानून सही बनवायेगी ।।


✍️ डॉ रीता सिंह

मुरादाबाद 

उत्तर प्रदेश, भारत

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 निज हित छोड़ राष्ट्रहित सोचे

  तभी बढ़ेगा हिंदुस्तान ।

एकमत होकर एक -मत देकर

 ही हो सकता है योगदान ।

 जितना आवश्यक होता है

 घर वार देख कन्या का दान ।

हां उतना ही आवश्यक है ,             

हम हो जागरूक करें मतदान ।।


✍️ निवेदिता सक्सेना

 मुरादाबाद

 उत्तर प्रदेश, भारत

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 ज़ुबाँ पर आजकल सबके चढ़ीं  सरकार की बातें

कलम की नोंक तक आने लगीं तलवार की बातें


जिधर देखो उधर चर्चे ही चर्चे हैं सियासत के

उठा कर देख लो चाहे किसी अखबार की बातें


न एजेंडा ही अपना है न जनता का कोई मुद्दा

दलों में हो रही है सिर्फ दावेदार  की बातें


ज़ुबानी जंग जुमलों की छिड़ी है लोकशाही में

प्रवक्ता कर रहें हैं खोखली हुंकार की बातें


सियासत में गड़े मुर्दे भी कब्रों से निकल आये

सियार औ गिद्ध ने छेड़ी जो भ्रष्टाचार की बातें


चुनावी दौर ये "मासूम" जब अंतिम चरण में हो

दबाकर इक बटन कर तू भी 'मत' अधिकार की बातें


✍️ मोनिका मासूम

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बदल निराशा को आशा में चलकर तुम मतदान करो

तुम्हें मिला अधिकार मित्रो इसका तुम अभिमान करो


इतना सबल हथियार नही कोई जितना केवल वोट है

धराशायी हो गये कितने धुरंधर, गहरी इसकी चोट है

खोल दो पट अपने घूँघट के जाकर तुम मतदान करो

तुम्हें मिला अधिकार मित्रो इसका तुम अभिमान करो


इनके अंदर छिपा अभिनेता चुनो वही जो सच्चा नेता

राजनीति को समझे सेवा खोजे नही कोई इसमें मेवा

लोकतंत्र सबल हो भारत का इसलिए आवाहन करो

तुम्हें मिला अधिकार मित्रो इसका तुम अभिमान करो


अधिकारों की बात बताओ राजनीति उनको समझाओ

पांच वर्ष जो काम न आये उनको घर की राह दिखाओ

जाति-धर्म से ऊपर उठकर संविधान का सम्मान करो

तुम्हें मिला अधिकार मित्रो इसका तुम अभिमान करो


लोकतंत्र में मताधिकार से नही कभी कोई टोटा होता

नापसन्द हो कोई प्रत्याशी उसके लिए भी  नोटा होता

बुराई करो प्रचारित सदा ही, अच्छों के  गुणगान करो

तुम्हें मिला अधिकार मित्रो इसका तुम अभिमान करो


बदल निराशा को आशा में चलकर तुम मतदान करो

तुम्हें मिला अधिकार मित्रो इसका तुम अभिमान करो


✍️ दुष्यन्त 'बाबा'

पुलिस लाइन, मुरादाबाद

उत्तर प्रदेश, भारत

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पांच साल की कुर्सी को 

सुनों! कुछ दिन लगा दो जोर,

फिर मैं नेता कहलाऊंगा  

और तुम बन जाना चोर,

 

मेरे सारे वादे पक्के हैं

हम ईमान के सच्चे हैं,

सड़क नाली बनवाऊंगा 

घर-घर पैसा पहुँचाउंगा  

यही मचे... अब शोर... 

पांच साल की सत्ता को 

दोस्तों! कुछ दिन लगा दो जोर

 

गाड़ी होगी, पैसा होगा 

तुम जो चाहो वैसा होगा 

अपनी धूम मचेगी चारों ओर... 

पांच साल की गद्दी को 

भाइयों! कुछ दिन लगा दो जोर

 

घर घर जा कर वोट निकालों 

फिर मेरी कुर्सी सम्भालों 

मैं विधायक बन जाउँगा... 

तुम बनोंगे मेरे घर के ढोर 

पांच साल के ठाठ को 

मित्रों! कुछ दिन लगा दो जोर,


✍️ प्रशान्त मिश्र 

राम गंगा विहार, 

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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लोकतंत्र की शान बचाने

गणतन्त्र की आन बचाने

पुरा हिंदुस्तान बचाने को

मतदान जरूरी है। 1।। 

गांधी का बलिदान बचाने

सुभाष का  मान  बचाने

भगत सिंह  का अरमान

बचाने को मतदान जरूरी हैं।2। 

ऊंच-नीच का भेद  मिटाने

मजहबी फसाद मिटाने

सपनों का हिंदुस्तान सजाने 

को मतदान जरूरी है। 3। 

 ✍️ आवरण अग्रवाल " श्रेष्ठ "

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

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