सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

मुरादाबाद के साहित्यकार एवं रंगकर्मी धन सिंह धनेन्द्र की लता मंगेशकर को भावभीनी श्रद्धांजलि ---मेरी आवाज ही पहचान है ..



आवाज गूंजेगी, मैं रहूं न रहूं ,

स्वर कुछ छोड़ ,अब मैं चलूं।

'मेरी आवाज  ही पहचान हैंं' 

गुनगुनाओ मुझे मैं सुन सकूं ।


 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाओ

  तुम लेकर  आंख में आंसू ।

   लता तुम्हारी लीन अनंत में,

    कुम्हला गये,पुष्प-स्वर बांटूं


समय रोता,संगीत तड़पता,

स्वर- सम्राज्ञी  को खोकर ।

स्वरों का 'साया साथ होगा',

दूर बहुत,पास हमारे होकर।


✍️ धनसिंह 'धनेन्द्र 

श्रीकृष्ण कालोनी ,चन्द्र नगर

 मुरादाबाद 244001

 उत्तर प्रदेश, भारत

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