शनिवार, 2 अप्रैल 2022

मुरादाबाद मंडल के धामपुर (जनपद बिजनौर) निवासी साहित्यकार डॉ अनिल कुमार शर्मा की रचना ---नव संवत की बेला आई


आगत का स्वागत अभिनंदन

और विगत की करें विदाई।

नव संवत की बेला आई ।

नवल विचार - नवल कल्पना,

 नवल रंगोली - नवल अल्पना, 

नवल योजना - नव आशाएं

 नवल वर्ष मिल सभी मनाएं 

चेहरों पर आई अरुणाई ।

नव संवत की बेला आई ।।

नव उत्साह - नवल उमंगें

नवल नवल - नवीन तरंगे

नव उत्साह - नवल आयोजन

नवल मंच - नवल संयोजन

 झूम उठे जिसमें तरुणाई।

 नव संवत की बेला आई।

 नव आगत का स्वागत प्यारे

 नव आशाएं भविष्य संवारे 

कोई कार्य रहे न असंभव 

मंगलकारी हो यह वर्ष नव 

पल-पल हो इसका सुखदाई।

 नव संवत की बेला आई।।

✍️डॉ. अनिल शर्मा'अनिल'

धामपुर, बिजनौर

उत्तर प्रदेश, भारत

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें