शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

मुरादाबाद की संस्था साहित्यिक मुरादाबाद की ओर से सोमवार 22 जुलाई 2024 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रख्यात साहित्यकार मनोज जैन' मधुर' को श्रेष्ठ नवगीत साधक सम्मान- 2024 से विभूषित किया गया ।

मुरादाबाद मंडल के साहित्य के संरक्षण एवं प्रसार को पूर्ण रूप से समर्पित संस्था साहित्यिक मुरादाबाद  की ओर से सोमवार 22 जुलाई 2024 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के प्रख्यात  साहित्यकार मनोज जैन' मधुर' को श्रेष्ठ नवगीत साधक सम्मान- 2024 से विभूषित किया गया । सम्मान स्वरूप उन्हें अंगवस्त्र, स्मृति चिहन और सम्मानपत्र संस्थापक डॉ मनोज रस्तोगी, मीनाक्षी ठाकुर और प्रो. ममता सिंह द्वारा प्रदान किया गया।

     संस्थापक डॉ मनोज रस्तोगी ने बताया कि 25 दिसम्बर 1975 को ग्राम वामौर कलां, जिला शिवपुरी मध्य प्रदेश में जन्में मनोज जैन मधुर के जहां दो नवगीत संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं वहीं वह फेसबुक पर वागर्थ और अन्तरा शीर्षक से दो चर्चित नवगीत समूहों का संचालन भी कर रहे हैं। वागर्थ के माध्यम से उन्होंने साहित्यिक मुरादाबाद की दो सदस्यों मीनाक्षी ठाकुर और प्रो ममता सिंह के नवगीतों को प्रस्तुत कर मुरादाबाद को गौरवान्वित किया ।

मीनाक्षी ठाकुर ने उनकें सम्मान में गीत प्रस्तुत किया- 

मधुर गीत-नवगीत आपके 

शब्द अनूठे विम्ब हजार 

कभी धूपभर कर मुठ्ठी में, 

कभी बुद्ध के आदर्शों की 

कभी भाव की एक बूंद से

कसे शिल्प में बंधे छंद हैं

इस अवसर पर प्रख्यात साहित्यकार डॉ सुभाष वशिष्ठ, यश मालवीय, राहुल शिवाय, भावना तिवारी, शिखा रस्तोगी, राजीव प्रखर, दुष्यंत बाबा, मयंक शर्मा, जिया जमीर समेत अनेक स्थानीय साहित्यकार उपस्थित थे। उल्लेखनीय है यह आयोजन साहित्यिक मुरादाबाद शोधालय में निर्धारित था जो कतिपय कारणवश स्मृति शेष माहेश्वर तिवारी के आवास पर आयोजित समारोह में हुआ।
























2 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय डॉ मनोज रस्तोगी जी भाईसाहब आपके स्नेह स्नेह सदैव स्मरण में रहेगा। मेरी मुरादाबाद की पूरी यात्रा को साहित्यिक मुरादाबाद ने स्मरणीय बना दिया। आप सभी आयोजकों को साथ संस्था से जुड़े सभी पदाधिकारियों को मेरा सस्नेह नमन। पुनः आभार

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