सोमवार, 18 अक्टूबर 2021

मुरादाबाद के साहित्यकार (वर्तमान में बरेली निवासी ) सुभाष रावत राहत बरेलवी की ग़ज़ल --- मेरा कद अब मुझसे छोटा लगता है , उसने लगाई जब से कीमत चलते चलते ..


 

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