सोमवार, 17 फ़रवरी 2020

संस्कार भारती मुरादाबाद की ओर से 16 फरवरी 2020 को हुआ लघुकथा/काव्य गोष्ठी का आयोजन

रविवार 16 फरवरी 2020 को संस्कार भारती महानगर मुरादाबाद की ओर से साहित्य समागम के कार्यक्रम के अंतर्गत नया कश्मीर विषय पर लघुकथा गोष्ठी का आयोजन आकांक्षा विद्यापीठ मिलन विहार मुरादाबाद में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार अशोक विश्नोई ने की । मुख्य अतिथि डॉ पूनम बंसल एवं विशिष्ट अतिथि डॉ मनोज रस्तोगी एवं अम्बरीष गर्ग रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण करके किया गया । मां सरस्वती की वंदना डॉ पूनम बंसल ने की ।
  संस्कार भारती के प्रान्त महामंत्री बाबा संजीव आकांक्षी ने कश्मीर में सैनिकों की समस्या पर लघुकथा "समीर" की  मार्मिक प्रस्तुति की। डॉ मनोज रस्तोगी ने दो दो हजार के चार नोट शीर्षक से लघुकथा प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त मीनाक्षी ठाकुर, अशोक विश्नोई,केपी सिंह सरल, इंदु रानी ने भी लघुकथा का वाचन किया ।
  इस अवसर पर साहित्यकारों द्वारा काव्य पाठ भी किया गया।विवेक निर्मल ने सुनाया
भारत के नक्शे पर उभरा एक नया कश्मीर
इच्छा शक्ति से ही टूटी आतंकी शमशीर
 रामदत्त द्विवेदी  ने कहा-
 सड़क पर बिखरे मखाने
 हमें यह  बतला रहे हैं
हम ठुकराये हुए हैं उनके
जो  जग से जा  रहे हैं
 अभिषेक रुहेला ने कहा-
आओ मिलकर गाएं हम उस केसर वाली घाटी को।
ईशांत शर्मा ईशु  ने कहा -
तिरंगा भी शान से लहराने लगा है
कश्मीर हमारा जगमगाने लगा है।
अब केसर भी मुस्कुराने लगा है।
कश्मीर हमारा जगमगाने लगा है।
 रघुराज सिंह निश्छल  ने कहा -
विश्व में कहीं भी चाहे घूम लो
सबसे अच्छा देश हिंदुस्तान है
 डॉ पूनम बंसल ने कहा-
 महक उठी केसर की वादी, उड़ा गुलाल अबीर है
धारा के हटने से भइया बदल रहा कश्मीर है
   इस अवसर पर डॉ सत्यवीर सिंह मौजूद रहे। संचालन ईशांत कुमार शर्मा "ईशु ने किया ।




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