शनिवार, 29 फ़रवरी 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार वीरेंद्र सिंह ब्रजवासी का गीत -- तुम मंदिर का फर्श बिछाओ हम मस्जिद की नींव धरेंगे...

तुम मंदिर का फर्श बिछाओ
हम  मस्ज़िद  की नींव धरेंगे
ईश्वर अल्लाह  को  पाने का
पावनतम   संकल्प    करेंगे।
         **********
श्रद्धा  बहुत  बड़ी   होती  है
मानव   बड़ा  नहीं  होता  है
बिन श्रद्धा के इस धरती पर
कोई   खड़ा  नहीं   होता  है
भव्य  बनाने  हर    देवालय
मन   में   सुंदर  भाव  भरेंगे।
तुम मंदिर का,,,,,,,,,,,,,,,,,,

इसमें   रोज़    लड़ाई    कैसी
सारा  जग  उसका  ही  तो  है
हम   सबका  सारा   सरमाया
ले - देकर   उसका  ही   तो है
प्यार - प्रीत से  मंदिर-मस्जिद
मिल-जुल  कर  तामीर  करेंगे।
तुम मंदिर का,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

एक  न  हो   पाए  सदियों  से
इसमें भी  ग़लती   किसकी है?
अलग-अलग धर्मों की चक्की
में   मानवता   ही   पिसती  है
सर्व - धर्म    समभाव   बढ़ाने
का  हर   पल अभ्यास  करेंगे।
तुम मंदिर का,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

उन्मादी   हो   हमने   उसको
न्यायालय  में  भेज  दिया  है
देकर अजब   दलीलें   हमने
खुद पर भी  संदेह  किया  है
अज्ञानी   बनकर  अंधों   की
नगरी   में  क्यों   पाँव   धरेंगे?
तुम मंदिर का,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

हर  दिल  में  ईश्वर  बसता है
इसमें  ज़रा  झाँक  कर  देखें
नेक  राह पर  चलकर अपनी
कुटिल बुद्धि के रथ को  रोकें
अहम वहम की इस खाई  में
क्योंकर  हम  हरबार   गिरेंगे?
तुम मंदिर का----------------
 **वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
62-ए, बुद्धि विहार सेक्टर 7 ए
निकट वैदिक वानप्रस्थ आश्रम
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
मोबाइल फोन नंबर - 9719275453
            

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें