रविवार, 19 सितंबर 2021

मुरादाबाद जनपद के उमरी में जन्में साहित्यकार स्मृतिशेष डॉ कुंअर बेचैन की पहचान गीतों और ग़ज़लों के लिए है लेकिन उन्होंने मुक्त छंद की भी कविताएं लिखी हैं । प्रस्तुत हैं उनकी दो कविताएं । ये कविताएं प्रकाशित हुई हैं भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद नयी दिल्ली द्वारा प्रकाशित पत्रिका गगनांचल वर्ष 10, अंक1, 1987 में -----






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