गुरुवार, 2 दिसंबर 2021

मुरादाबाद के साहित्यकार स्मृतिशेष प्रो.महेन्द्र प्रताप का गीत - मेरे गीत किसी के चरणों के अनुचर हैं ....यह गीत प्रकाशित हुआ है केजीके महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका 1965-66 में ।


 

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