मंगलवार, 29 मार्च 2022

मुरादाबाद के साहित्यकार डॉ पुनीत कुमार की व्यंग्य कविता ---उग्रवाद से फरियाद-


माई डियर उग्रवाद

बहुत करा चुके दंगे फसाद

मुझ गरीब की भी

सुन लो छोटी सी फरियाद

बेकारी,भुखमरी,गरीबी

सब समस्याओं से उबार दो

मेरे भी सीने में

एक गोली उतार दो

मेरी कई पीढ़ियों का

भविष्य सुधर जायेगा

और तुम्हारा जुनून भी

कुछ पल को उतर जायेगा

मैं मरना चाहता हूं

तुम मारना चाहते हो

फिर किस बात की देर है

समाज से मैं उपेक्षित हूं

क्या तुम्हारे यहां भी अंधेर है

तुम उग्रवाद हो

ईमानदारी से अपना धर्म निभाओ

मेरी बात मान लो

अपनी पहचान मत मिटाओ


उग्रवाद बोला

छोटा मुंह और बड़ी बात

कभी देखी है

अपनी हैसियत और औकात

जमीन पर रहते हो

और ख्वाब आसमान का

कुछ तो ख्याल करो

हमारे मान सम्मान का


मैने कहा

मुझे मार कर तो देखो

मेरी भी हैसियत बन जायेगी

कल सभी अखबारों में

मेरी फोटो आयेगी

पूरी सरकारी मशीनरी

मेरे लिए आंसू बहाएगी

मेरे परिवार के लिए

राहत पैकेज की

घोषणा की जायेगी

मेरी हत्या पर

सांसद में लंबी बहस छिड़ेगी

पूरे सत्र लगातार चलेगी

विपक्ष इस मुद्दे को लेकर

सड़क पर उतर आएगा

सरकार के द्वारा

एक आयोग

गठित कर दिया जाएगा

आयोग की रिपोर्ट

जब तक आएगी

तब तक सरकार बदल जाएगी

इसलिए मिस्टर उग्रवाद

चुप मत बैठो

कुछ बवाल करो

मेरा ना सही

नेताओं की

रोजी रोटी का तो ख्याल करो।

✍️ डॉ.पुनीत कुमार

टी 2/505 आकाश रेजीडेंसी

आदर्श कॉलोनी रोड

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत

मो 9837189600

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