पुते चुनावी रंगों में फिर
गिरगिटिया अय्यार
उल्लू और गधे आपस में
जमकर हिस्सेदार बने
दीन धर्म के ही सौदे को
जगह- जगह बाज़ार तने
लेकर लच्छे वाले भाषण
दल -बदलू तैयार
चमकीले रैपर में लिपटे
वादों के दिन झूम रहे
हर वोटर को शीश नवाते
हाथ जोड़ते घूम रहे
घुटनों के बल बैठ रहे हैं
बड़े- बड़े किरदार
मंदिर - मस्जिद पर मुद्दों के
काले बादल छाये हैं
राजनीति का चोला पहने
भेड़ - भेड़िये आये हैं
लोकतंत्र है जन के हित में
भली करें करतार
✍️ मीनाक्षी ठाकुर
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
घुटनों के बल बैठ रहे हैं बड़े बड़े किरदार, वाह, शानदार नवगीत.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
हटाएं