चंदा तेरी कला जानने
भेजा हमने यान
बता सकें दुनियाँ को सारा
तेरा चंद्र विधान।
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तीव्र वेग से उड़ते - उड़ते
पहुंचे तेरे पास
तेरी धरती को छूने का
था पूरा विस्वास
आँखमिचौनी को विक्रम ने
चुना क्षेत्र सुनसान।
चंदा तेरी-------------------
पर तू ज्यादा खुश मत होना
हम फिर आएंगे
अमर तिरंगा फहराकर ही
वापस जाएंगे
हार, शब्द से सदा दूर ही
रहता है विज्ञान।
चंदा तेरी-------------------
इसरो के वैज्ञानिक रखते
हैं फौलादी सोच
अथक परिश्रम से भी करते
कभी नहीं संकोच
सूर्य,चंद्र,मंगल,शनि सब पर
भेज रहे नित यान।
चंदा तेरी-------------------
असफलता की नहीं सोचते
करते बस प्रयास
सकल ग्रहों पर पग धरनेकी
करते केवल आस
कब दिन निकला रात होगई
हुआ न कोई भान।
चंदा तेरी-------------------
सारा भारतवर्ष खड़ा है
तन, मन, धन से साथ
सिर्फ जीत के लिए प्रार्थना
करता है दिन- रात
हिम्मत करने वालों के संग
रहता है भगवान।
चंदा तेरी-------------------
✍️ वीरेन्द्र सिंह ब्रजवासी
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
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