रविवार, 31 जुलाई 2022

मुरादाबाद मंडल के जनपद संभल निवासी साहित्यकार अतुल कुमार शर्मा के पांच दोहे ....


श्रावण शुक्ला तीज को, देख अनोखे रंग।

झूलें झूला झूम के, सब सखियन के संग।।


सज-धज कर तैयार हो,चलीं मायके बाग।

हर शाखा झूला पड़े, गावें न‌ए-न‌ए राग।।


गौरी का पूजन किया, और पकाई खीर।

मन खुश इतना तीज पर, बची कोई न पीर।


महावर एड़ी धरी, पहनीं चूड़ी हाथ।

मेला देखन वो चली, बटुआ लेकर साथ।।


हर हाथ मेंहदी रची, खा मीठे पकवान।

और खुशी से झूमते, बड़े-बड़े धनवान।।


✍️ अतुल कुमार शर्मा

सम्भल

उत्तर प्रदेश, भारत


2 टिप्‍पणियां: