शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

मुरादाबाद मंडल के गजरौला (जनपद अमरोहा) की साहित्यकार रेखा रानी की लघुकथा ---सफल चुनाव


   "साहब! मेरी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मेरी ड्यूटी काट दीजिए प्लीज़..... सर! मेरी तबीयत ज्यादा खराब है। मैं ड्यूटी नहीं कर पाऊंगा । एक मतदान अधिकारी गिड़गिड़ाते हुए... लगभग रोते हुए बोला ।"

   चले आते हैं बहाना बनाकर ....यदि सब तुम्हारी तरह निकम्मे हो गए तो चुनाव कौन कराएगा?  एफआईआर दर्ज कर दी जाएगी आपकी...... फटकार लगाते हुए.... चुनाव अधिकारी चिल्लाए।.….

    बेचारा लड़खड़ाए कदमों से.. चुनाव सामग्री प्राप्त कर पार्टी के साथ बस की ओर  चल दिया। पार्टी के सभी कार्मिक सहमे हुए से... एक बस में पांच पोलिंग पार्टियां ।  दो गज दूरी मास्क ज़रूरी का उपहास उड़ाते हुए अपने पोलिंग बूथ पर पहुंच रही थीं।

     पूरी रात तपे बदन से कार्य करता रहा,  पूरी पार्टी भी कोरोना भूल उसके साथ लगी रही। सुबह हुई.... मतदान हुआ,  शाम को पेटियां सील करते करते लगभग लड़खड़ाने लगा था, बेचारा.. ..।

     सेक्टर मजिस्ट्रेट के द्वारा सफ़ल मतदान संपन्न होने की घोषणा। इधर मतदान अधिकारी की सांसें भी शून्य में विलीन हो.... लोकतन्त्र की खोखली नीतियों का तमाशा देख रही थीं।

✍️ रेखा रानी, विजयनगर गजरौला, जनपद अमरोहा।

     

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