मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति की मासिक काव्य गोष्ठी गुरु जंभेश्वर धर्मशाला, लाइनपार में शनिवार 14 जनवरी 2023 को संपन्न हुई ।
राम सिंह निशंक द्वारा प्रस्तुत मां सरस्वती वंदना से आरंभ इस गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए योगेंद्र पाल विश्नोई ने कहा ....
प्यार का पथ उससे बहुत दूर है
जब तलक कोई पागल न हो प्यार में
मुख्य अतिथि डॉ राकेश चक्र ने कहा .....
देश के लिए जो जीयें देश के लिए जो मरे
ऐसे देशवासियों को मेरा तो प्रणाम है
आपस में लड़ने की वृत्ति है बुराई बड़ी
देश हित लड़ना ही सच्चा संग्राम है
विशिष्ट अतिथि रघुराज सिंह निश्चल का कहना था....
मोदी जी की अक्ल का नहीं एक भी तोड़
बरसों में हीरा मिला भारत को अनमोल
गोष्ठी का संचालन करते हुए अशोक विद्रोही ने कहा ....
वह जान देके भी हमें जीना सिखा गए !
रंग दे बसंती चोला अमर गीत गा गये,
सुखदेव, भगत,राजगुरु चूम के फंदे ,
मां भारती की आरती में सर चढ़ा गए!
राम दत्त द्विवेदी का कहना था ...
इस चमकती जिंदगी में प्यार छिनता जा रहा है
जान से प्यारा था जो वो यार छिनता जा रहा है
डॉ मनोज रस्तोगी ने कहा ....
सूरज की पहली किरण
उतरी जब छज्जे पर
आंगन का सूनापन उजलाया
राजीव प्रखर ने कहा .....
दिलों से दूरियां तजकर,
नये पथ पर बढ़ें मित्रों।
नया भारत बनाने को,
नयी गाथा गढ़ें मित्रों।
विवेक निर्मल ने कहा....
काश्मीर जो मांग रहा था ,मांग रहा अब रोटियां ,
कश्मीर का नाम लिया तो कर डालेंगे बोटियां
राम सिंह निशंक का कहना था ...
ठंड अब कुछ इस तरह से तेवर रही दिखाय,
सूरज भी दुबका फिरे भागा पूंछ दबाय!
मनोज मनु ने कहा .....
त्रिभुवन तरणी तरल तरंगे हर हर गंगे हर हर गंगे
पाप विनाशिनी शुभ्र बिहंगे हर हर गंगे हर हर गंगे
रामेश्वर वशिष्ठ, डॉ महेश दिवाकर, प्रशांत मिश्र, डॉ प्रेमवती उपाध्याय, संजय विश्नोई, अनंत मनु, कृपाल सिंह धीमान, शिशुपाल मधुकर, केपी सिंह सरल ने भी काव्य पाठ किया। काव्य गोष्ठी से पूर्व मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भाग संपर्क प्रमुख योगेंद्र धारीवाल, पवनेन्द्र राणा, अनमोल जी भी उपस्थित रहे।
अशोक विद्रोही
अध्यक्ष
राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति
मुरादाबाद
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