शनिवार, 8 अक्तूबर 2022

मुरादाबाद के साहित्यकार स्मृतिशेष पंडित बलदेव प्रसाद मिश्र (विद्यावारिधि पंडित ज्वाला प्रसाद मिश्र के अनुज) की दुर्लभ कृति... लल्ला बाबू प्रहसन । यह कृति वर्ष 1900 में श्री वेंकटेश्वर यंत्रालय मुंबई से प्रकाशित हुई है। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने अपने ग्रंथ हिन्दी साहित्य का इतिहास में इस कृति का उल्लेख किया है।



 क्लिक कीजिए और पढ़िए पूरी कृति 

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:::::::::प्रस्तुति:::;::::

डॉ मनोज रस्तोगी

8, जीलाल स्ट्रीट 

मुरादाबाद 244001

उत्तर प्रदेश, भारत 

मोबाइल फोन नंबर 9456687822



3 टिप्‍पणियां:

  1. अद्भुत सराहनीय 122 वर्ष पुराने साहित्य को पढ़ना एक शानदार अनुभव होगा आपकी साहित्य सेवा को साधुवाद....🙏🙏🙏
    रवि तिवारी
    एस आर मीडिया
    मुरादाबाद

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  2. बहुत सुंदर प्रहसन👌👌👌👌👍👍👍👍💐💐💐

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