मुरादाबाद की साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक संस्था 'संकेत' की ओर से काले सिंह साल्टा की आत्म कथा 'धरा से गगन की ओर' का विमोचन एवं काव्य-गोष्ठी का आयोजन रविवार 30 अक्तूबर को दयानंद डिग्री कॉलेज में हुआ। डॉ प्रेमवती उपाध्याय द्वारा प्रस्तुत माॅं शारदे की वंदना से आरंभ हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य भूषण डॉ महेश 'दिवाकर' ने की। मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध संविधान विशेषज्ञ एवं शिक्षाविद् डॉ हरवंश दीक्षित तथा विशिष्ट अतिथियों के रूप में वरिष्ठ कवयित्री डॉ प्रेमवती उपाध्याय एवं समाजसेवी इंजी उमाकांत गुप्ता 'एडवोकेट' मंचासीन हुए। दो चरणों में हुए इस कार्यक्रम का संयुक्त संचालन राजीव प्रखर, दुष्यंत बाबा एवं श्री अशोक विश्नोई ने किया।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में नगीना (बिजनौर) के रचनाकार श्री काले सिंह साल्टा के जीवन-वृतांत 'धरा से गगन की ओर' का विमोचन हुआ जिसमें उपस्थित साहित्यकारों एवं वक्ताओं ने श्री साल्टा को अपनी बधाई एवं शुभकामना प्रेषित करते हुए उनकी लेखनी के निरंतर गतिशील रहने की कामना की।
कार्यक्रम के द्वितीय चरण में संस्था की ओर से श्री काले सिंह साल्टा जी को सम्मानित किया गया सम्मान स्वरूप उन्हें अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न प्रदान किए गये। मान-पत्र का वाचन दुष्यंत बाबा ने किया। तत्पश्चात् एक काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें दुष्यंत बाबा, चेतन विश्नोई, राजीव 'प्रखर', श्रीकृष्ण शुक्ल, धन सिंह थनेन्द्र, शिवओम वर्मा, रघुराज सिंह निश्चल, के० पी० सरल, नकुल त्यागी, फक्कड़ मुरादाबादी, एम० पी० बादल, रवि चतुर्वेदी, अशोक विद्रोही, पूजा राणा, इंदु रानी आदि रचनाकारों ने अपनी-अपनी काव्यात्मक अभिव्यक्ति की।
मनोहर लाल भाटिया, डॉ० विपिन विश्नोई, भगत जी, साल्टा परिवार, ए० के० सिंह, सरदार सुरेन्द्र सिंह आदि भी उपस्थित रहे। शिशुपाल 'मधुकर' ने आभार अभिव्यक्त किया।
:::::::::प्रस्तुति:::::::
राजीव 'प्रखर'
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
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