1- आलसी सोनू
कुर्सी बोली चटर पटर,
"जल्दी जल्दी काम को कर।"
सोनू ऊंघ रहे थे भाई,
कैसे देता उसे सुनाई?
तभी मेज ने टॉप हिलाया।
"अब तक पाठ न क्यों दोहराया?
कछुए की जो चाल चलोगे
कैसे आगे,कहो रहोगे।"
कॉपी और रबर चिल्लाये,
"ये सोनू क्यों बाज न आये।"
कुर्सी,मेज,रबर,कॉपी संग,
बोले पेन्सिल सोनू है दंग।
तब सोनू ने ले जम्हाई,
आँखे पुस्तक पर जमाई।
पड़ न जाये फिर से डाँट।
जल्दी याद किया सब पाठ।
2-नये जमाने की लोरी
लल्ला लल्ला लोरी
दूध की बोतल भरी
दूध न पीना मुन्ने को
गाना चाहे सुनने को
माँ गाना न जानती
मोबाइल में छानती
मोबाइल अब ऑन है
"राजा बेटा कौन है"
लल्ला लल्ला लोरी
दूध की बोतल भरी
दूध में है बोर्नवीटा।
पीने वाले हैरी,रीटा।
अव्वल हरदम आते हैं।
टीवी में दिखाते हैं।
देखो टीवी ऑन है,
"बोलो अव्वल कौन है"
3-नयी दुनिया
चंदा मामा दिन में होंगे,
रात को सूरज आयेंगे।
चिड़िया तैरेगी पानी में,
मगर पेड़ पर गायेंगे।
भैंसें पतली,मोटी बकरी,
गाय हरी,नीली होगी।
रेंगेगा घोड़ा जमीन पर,
कछुए दौड़ लगायेंगे।
आम खेत में बिछे उगेंगे,
शर्बत की बारिश होगी।
पेड़ों पर लटकी जलेबियाँ,
बच्चे तोड़ के खायेंगे।
गुड़िया गुड्डे बंटी के हैं,
बैट-बॉल मुनिया लेगी।
अदल बदल हम देंगे सब कुछ
दुनिया नई बनायेंगे।
4-बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी
बिल्ली मौसी बिल्ली मौसी
मेरे घर तुम आ जाना।
धमा चौकड़ी करते चूहे,
उनको सबक सिखा जाना।
कपड़े,खाना,कॉपी,पुस्तक
इन दुष्टों के साये हैं।
नहीं सलामत रहा यहाँ कुछ,
सब पर दाँत चलाये हैं।
चूहेदानी रखी हुई है,
शैतानी पर जारी है।
कुतर गये हैं टाई मेरी,
अब जूतों की बारी है।
रात भर बिस्तर में भी ये
उछल-कूद करने आते।
गहन नींद में सोते मुझको,
डरा,उठाकर छिप जाते।
प्यारी मौसी अच्छी मौसी
अब जल्दी से आओ तुम।
पिद्दी चूहे शेर हो रहे,
इनको हद में लाओ तुम।
5-रेनी डे
"स्कूल आज न जाऊँ मम्मी,सूरज भी नहीं आया है।
काला बादल गश्त लगाता,डर से दिल थर्राया है।
छतरी की तीली निकली थी,ठीक नहीं करवायी हो।
रेनकोट भी फटा हुआ है,नया नहीं तुम लायी हो।
भीग गया जो मैं पानी में,आफत तुम पर आयेगी।
बैठे बिठाए फिर बीमारी,बिल पर बिल बढ़ाएगी।
देख कभी वह काले बादल,खतरा मोल न लेती है।
सूरज की माँ कितनी अच्छी,रेनी डे कर देती है।
✍️ हेमा तिवारी भट्ट
मुरादाबाद 244001
उत्तर प्रदेश, भारत
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