शनिवार, 29 अक्टूबर 2022

मुरादाबाद मंडल के जनपद बिजनौर निवासी साहित्यकार मनोज मानव की गीतिका ....


बहे जो दरिया वे मीठे अवश्य होते हैं।

मिले समुद्र तो खारे अवश्य होते हैं।


सभी चुनाव में वादे अवश्य होते हैं।

हटे गरीबी ये नारे अवश्य होते हैं।


किसी को मिलती नहीं मंजिलें सरलता से,

सभी के मार्ग में काँटे अवश्य होते हैं।


भले हो कागजों में पाँच साल गारंटी,

सड़क पे वर्षा में गड्ढे अवश्य होते हैं।


महान लोग सदा कर्म करते चुपके से,

जो ढोल होते वे पोले अवश्य होते हैं।


बुआ भतीजे की शादी में खुश हो कितनी भी,

महान फूफा जी रूठे अवश्य होते हैं।


कठोर लगते हैं जो लोग अपनी भाषा से,

वे दिल के द्वार को खोले अवश्य होते हैं।


समय को कोसना होता नहीं उचित मानव,

मिले सभी को ही मौके अवश्य होते हैं।


✍️ मनोज मानव 

पी 3/8 मध्य गंगा कॉलोनी

बिजनौर  246701

उत्तर प्रदेश, भारत 

मोबाइल फोन नंबर  9837252598



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