रविवार, 21 फ़रवरी 2021

मुरादाबाद मंडल के बहजोई(जनपद सम्भल) के साहित्यकार नवल किशोर शर्मा नवल का गीत ---- रामचरित मानस अरु गीता ,आज हमें पढ़नी होंगी....


 

8 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (22-02-2021) को "शीतल झरना झरे प्रीत का"   (चर्चा अंक- 3985)    पर भी होगी।
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    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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     आप अन्य सामाजिक साइटों के अतिरिक्त दिल खोलकर दूसरों के ब्लॉगों पर भी अपनी टिप्पणी दीजिए। जिससे कि ब्लॉगों को जीवित रखा जा सके।
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    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' 
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  2. बहुत ही सुन्दर रचना प्रस्तुति

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    1. आत्मीय आभार व धन्यवाद आदरणीय श्री जी 🙏

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  3. बहुत बहुत सुन्दर सराहनीय रचना

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  4. आत्मीय आभार व धन्यवाद आदरणीय श्री जी 🙏

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