अधिवक्ता साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच मुरादाबाद के तत्वावधान में वसंत पंचमी पूजन कार्यक्रम का आयोजन 16 फरवरी 2021 को दि बार एसोसिएशन एंड लाइब्रेरी मुरादाबाद के सभागार में किया गया जिसकी अध्यक्षता बार के अध्यक्ष आदेश श्रीवास्तव एडवोकेट ने की | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बार के महासचिव राकेश वशिष्ठ एडवोकेट रहे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीराम शर्मा एडवोकेट में मौजूद रहे | कार्यक्रम के आरंभ में आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ ने मां सरस्वती की वंदना का पाठ किया ।
कार्यक्रम में अजहर अब्बास नकवी ने कहा ---
फकाकशी नसीब मेरा बन गई तो क्या
मैंने कभी जमीर का सौदा नहीं किया.
अरविंद कुमार शर्मा आनंद ने कहा----
हादसों से सजा आज अखबार है
झूठ और सच में हर वक्त तकरार है .
प्रमोद प्रत्येकी ने पढ़ा ---
शमा जब भी जला ना मेरी कुर्बत की आड़ से
कहीं कोई तूफान जल के ना बुझा दे.
आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ ने कहा कि---
आजकल कितने सहज आचरण हो गए हैं
कल तलक घुटने थे जो अब चरण हो गए हैं.
त्रिलोकचंद दिवाकर ने कहा ---
वादों का मतलब इजहार नहीं होता
खामोशी का मतलब इनकार नहीं होता.
अनिरुद्ध उपाध्याय आजाद ने पढ़ा---
तिथि पंचमी बसंत की करती यह मनुहार
अहंकार है आडंबर, प्रेम ही जीवन सार .
मोहम्मद तंजीम शास्त्री ने कहा ---
मेरे भारत की संस्कृति वसंत पंचमी
भारत की शान है वसंत पंचमी
कमाल खान ने कहा --
जिस माटी का बीज है उस माटी में माटी बोये
माटी भूले बीज तो अपना सब कुछ खोए .
इस मौके पर श्रीराम शर्मा ने वाणी की देवी सरस्वती के इस पर्व की विशेषताओं पर प्रकाश डाला | मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए राकेश वशिष्ठ ने कहा कि युवाओं द्वारा किए गया यह प्रयास बहुत सुंदर है और ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन बार की प्रतिष्ठा में वृद्धि करने वाला होता है | अध्यक्षीय भाषण में आदेश श्रीवास्तव ने कहा वसंत पंचमी के उत्सव को मनाना बहुत ही सुंदर कार्यक्रम है । इस अवसर पर बार के पूर्व महासचिव अभिषेक भटनागर, रमेश आर्य, कमल कौशल शर्मा, राजेश कुमार एडवोकेट आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये |कार्यक्रम का संचालन आवरण अग्रवाल श्रेष्ठ एडवोकेट ने किया |
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