शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021

मुरादाबाद की साहित्यकार डॉ प्रीति हुंकार की लघुकथा --बदचलन-

 


अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में पुत्र को सन्तान रूप में पाकर अवनि फूली नही समा रही थी कि अचानक उसके पति ने उसको आँखें दिखाते हुए कहा , " अरे बदचलन ! यह बच्चा नौ माह से पहले कैसे पैदा हो गया ? "क्षण भर में अवनि की सारी खुशियों को ग्रहण लग गया ।

✍️ डॉ प्रीति हुंकार ,मुरादाबाद

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें