शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021

मुरादाबाद की साहित्यकार राशि सिंह की लघुकथा ......'आवारा जानवर '


"शर्मा जी गली में बहुत आवारा कुत्ते हो गए हैं |"गुप्ता जी ने सामने बालकनी में खड़ी मिसेज खन्ना की तरफ धूर्त मुस्कान फैंकते हुए शर्मा जी से कहा ।

"हाँ बंदर भी बहुत हैं |"शर्मा जी ने पास से गुजरती एक विद्यालय जाने वाली लड़की की तरफ घूरते हुए कहा ।

"हाँ इन सबको तो नगरपालिका वाले ले जायेंगे मगर यह यहाँ वहाँ खड़े होकर औरतों को ताकने लड़कियों को छेड़ने वालों का क्या हो....?"पीछे से पान के खोखे वाला पीक मारते हुए बोला ।

✍️ राशि सिंह ,मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें