शुक्रवार, 1 जनवरी 2021

मुरादाबाद की साहित्यकार डॉ रीता सिंह की रचना ----थामी बीस ने सर्दी में इक्कीस की पक्की डोर

 


थामी बीस ने सर्दी में

इक्कीस की पक्की डोर 

जा बैठा है अब किनारे

कर कोरोना का शोर ।

टीका आने की राह है

देख रही अब प्रजा सारी

कैसे देगी सब जनों को

सोच रही सरकार हमारी ।

भूख गरीबी और बेकारी

जनसंख्या भी कितनी भारी

जल संकट धूल धुआँ धुंध

फैली अनगिन हैं बीमारी ।

बिसर गयीं सारी ही बातें

महामारी के फैलावे में

कैसे स्वस्थ हो देश हमारा

रह न जाये बहकावे में ।

✍️डॉ रीता सिंह, मुरादाबाद

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