नव वर्ष मुबारक हो सब को ये खुशियों का संचार करे !
छल प्रपंच अरु द्वेश भाव दुख दूर समस्त विकार करे !!
अरि से अरिता त्याग अधम को अच्छी राह दिखाओ तुम!
तन मन में जो व्याप्त बुराई सब को दूर भगाओ तुम!!
अहंकार मद मोह भुलाये पावन सत्य बिचार भरे !
लघुता प्रभुता भाव भुला कर समता का व्यवहार करो !
सच्चे मन से सेवा करके दुखियों के दुख दूर करो !!
विश्व बन्धु के भाव जगें नहिं कोई किसी पर वार करे !
पावन रीति पुनीत मार्ग को साधु जन अपनाते हैं !
कर्मठ पुरुषों की राहों पर देव सुमन बर्षाते हैं !!
'के पी'जन निष्काम रहें तो खुशियों से संसार भरे !
नव वर्ष मुबारक हो सब क़ो ये खुशियों का संचार करे !!
✍️के पी सिंह 'सरल' , मुरादाबाद
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें