बतलाएँ क्या आपको कैसे बीता साल
वक्र दृष्टि शनि की हुई, चली राहु ने चाल
चली राहु ने चाल, कमाना -खाना मुश्किल
सूने सब त्योहार, रही फीकी हर महफ़िल
चाहे दिल "मासूम" लौट कर शुभ दिन आएँ
नवल वर्ष में हिल-मिल सब बोलें - बतलाएँ
✍️ मोनिका "मासूम",मुरादाबाद
वक्र दृष्टि शनि की हुई, चली राहु ने चाल
चली राहु ने चाल, कमाना -खाना मुश्किल
सूने सब त्योहार, रही फीकी हर महफ़िल
चाहे दिल "मासूम" लौट कर शुभ दिन आएँ
नवल वर्ष में हिल-मिल सब बोलें - बतलाएँ
✍️ मोनिका "मासूम",मुरादाबाद
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें