इस नये साल की यूँ शुरूआत हो
हर खुशी द्वार पर एक सौगात हो ।।1।।
लौट आये वही भोर खुशियों भरी
आपदा मुक्त फिर देश-हालात हों ।।2।।
ये कदम ना रुकें,चल पड़ें जोश से
जिन्दगी से नयी फिर मुलाकात हो ।।3।।
भूख से अब तड़पता न कोई रहे
अन्न धन की सभी द्वार बरसात हो ।।4।।
सो सकें चैन से अब घरों में सभी
खौफ से दूर अपनी सभी रात हों।।5।।
✍️ प्रीति चौधरी , गजरौला,अमरोहा
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