बेटियाँ शान हैं ,बेटियाँ मान हैं
बेटियाँ साँस हैं ,बेटियाँ प्रान हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
बेटियाँ गीत हैं ,बेटियाँ प्रीत हैं
बेटियाँ जीत हैं ,बेटियाँ मीत हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
बेटियाँ रूप हैं ,बेटियाँ फूल हैं
बेटियाँ धूप हैं ,बेटियाँ कूल हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
बेटियाँ ठाँव हैं ,बेटियाँ पाँव हैं
बेटियाँ गाँव हैं ,बेटियाँ छाँव हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
बेटियाँ भोर हैं , बेटियाँ शाम हैं
बेटियाँ प्यार के,अनगिनत नाम हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
बेटियाँ आज हैं , बेटियाँ नाज़ हैं
बेटियाँ ज़िन्दगी का मुखर साज़ हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
बेटियाँ नींव हैं, बेटियाँ द्वार हैं
बेटियाँ सावनी मेघ मल्हार हैं
बेटियों को सदा प्यार करते रहो।
✍️ लव कुमार 'प्रणय'
के-17, ज्ञान सरोवर कॉलोनी, अलीगढ़ .
चलभाष - 09690042900
ईमेल - l.k.agrawal10@gmail.Com
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