सोमवार, 2 मई 2022

मुरादाबाद मंडल के जनपद अमरोहा की साहित्यकार शशि त्यागी की रचना ---- धरा पे सब कुछ धरा रहेगा हंस तेरा उड़ जाएगा


 बस इतना तू जान ले प्राणी 

संग न कुछ भी जाएगा

धरा पे सब कुछ धरा रहेगा 

हंस तेरा उड़ जाएगा ।

नाव पुरानी जरजर काया 

कब तक तू बह पाएगा 

बाहर भीतर बहे है लावा

कब तक तू सह पाएगा

इस दुनिया के छोड़ के धंधे

राम नाम गुन गाए जा

धरा पे सब कुछ धरा रहेगा

हंस  तेरा उड़ जाएगा

उगता सूरज बहती नदिया

उपवन रोज सजाएगा

मगन फकीर श्वास हठीला

निशिदिन झांझ बजाएगा

मोह माया को छोड़ दे बंदे

राम नाम गुन गाए जा

धरा पे सब कुछ धरा रहेगा

हंस तेरा उड़ जाएगा

✍️ शशि त्यागी

अमरोहा

4 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुंदर रचना लिखी है बहन आपने
    आपको 🌹शुभकामनाओं सहित बहुत-बहुत बधाई 🌹
    जी चाहता है इसकी धुन बना कर संगीत के माध्यम से भी जन जन तक पहुंचाऊं

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    1. 🙏🙏🙏🙏 बहुत बहुत धन्यवाद आपका । कृपया अपना नाम पता भी लिखिए ।

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