रविवार, 8 मई 2022

मुरादाबाद जनपद के बिलारी निवासी साहित्यकार विवेक आहूजा की रचना ---मां


सबसे पहला दोस्त ,सबसे पहला गुरु होती हैं "माँ" 

बच्चे दुखी हो तो ,उनसे पहले रोती है "माँ" 


धनवान है वो, जिसके नसीब में होती है "माँ"

पूरी कायनात को हिला देती है, जब रोती है "माँ" 


पूरी दुनिया ने माना है , जमीं पर जन्नत होती हैं  "माँ" 

उनसे पूछो कीमत इसकी , जिनके नहीं होती हैं "माँ" 


✍️ विवेक आहूजा 

बिलारी 

जिला मुरादाबाद 

@9410416986

vivekahuja288@gmail.com 



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