फूलों की वर्षा करें , सबके लिए वसंत ।
होली शुभ हो सभी को , खुशियां मिलें अनंत ।।
भारत में हैं जातियां , मज़हब पंत अनेक ।
होली सबको बांध कर , कर देती है एक ।।
दुल्हन-सी धरती सजी , आया है मधुमास ।
जिसने जीवन में भरा , है अनुपम उल्लास ।।
पूरी धरती ने किया , फूलों से श्रृंगार ।
भू से नभ तक हो गया , ख़ुशबू का संसार ।।
नई कौंपलें पा रही , धीरे से विस्तार ।
कलियां आंखें खोलकर , देख रहीं संसार ।।
फूल खिले हैं हर जगह , आई नई बहार ,
कुदरत ने हमको दिए , नए-नए उपहार ।।
✍️ ओंकार सिंह'ओंकार' १- बी- २४१ बुद्धि विहार, मझोला, मुरादाबाद ( उत्तर प्रदेश) २४४००१
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंरंग भरी होली की शुभकामनाएँ।