रविवार, 28 मार्च 2021

मुरादाबाद मंडल के जनपद अमरोहा की साहित्यकार मनोरमा शर्मा की रचना ---- दही बड़े और गुंजिया खाकर होली में हम धूम मचाएं



सूरज उजला उजला घूमे दिन भी अब फूला न समाय 

धूप हवा में इतराती है मादक गंध जो फैली जाय ।

सर्दी की ठिठुरन की सी -सी हडियन को न और सताए

सूर्य देव की अनुकम्पा से धरती उपवन सी सरसाय ।

आया ऋतुराज बसन्त सुनो अवनि का आंचल लहराए 

होली खेलें अब मस्ती से ऋतु बसन्त सु मन हरषाए ।

दही बड़े और गुंजिया खाकर होली में हम धूम मचाएं

मुक्त रहें अब सभी नशे से होली की गरिमा न जाए ।

✍️ मनोरमा शर्मा , अमरोहा ।

1 टिप्पणी:

  1. आया ऋतुराज बसन्त सुनो अवनि का आंचल लहराए ----बहुत अच्छी पंक्तियां हैं मनोरमा जी।

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