शनिवार, 1 जनवरी 2022

मुरादाबाद के साहित्यकार योगेन्द्र वर्मा व्योम की रचना ---हैं यही नववर्ष की शुभकामनायें


सब सुखी हों स्वस्थ हों

उत्कर्ष पायें

हैं यही नववर्ष की

शुभकामनायें


अब न भूखा एक भी जन

देश में हो

अब न कोई मन कहीं भी

क्लेश में हो

अब न जीवन को हरे

बेरोज़गारी

अब न कोई फै़सला

आवेश में हो

हम नयी कोशिश

चलो कुछ कर दिखायें

हैं यही नववर्ष की

शुभकामनायें


धर्म के उन्माद का

ना हो अंधेरा

दूर ले जाये कहीं

हिंसा बसेरा

हो तनिक न जातिगत

विद्वेष का विष

फिर उगे विश्वास का

नूतन सबेरा

हों सुगंधित प्यार से

सारी दिशायें

हैं यही नववर्ष की

शुभकामनायें


✍️ योगेन्द्र वर्मा 'व्योम'

मुरादाबाद,उत्तर प्रदेश, भारत

मोबाइल-9412805981

6 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल बुधवार (05-01-2022) को चर्चा मंच      "नसीहत कचोटती है"   (चर्चा अंक-4300)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'   

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  2. सबके लिए बहुत अच्छी नेक कामना
    आपका भी नववर्ष मंगलमय हो

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  3. सुन्दर रचना! नववर्ष सभी के लिए सुखद हो!

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