चन्द्र बन गया शिखर जिसका शिव बन जाता है ।
शिखर हिम का भी भारत के वीरों के नित झुक जाता है ।।
आजादी की मशाल जलाकर आजाद कहलाया ।
चन्द्र शेखर आजाद आज हर दिल में समाया ।।
बालपन में देख अंग्रेजी तांडव मन बहुत घबराया ।
जन जन की त्रासदी का दुख चेहरे पर उभर आया ।।
दहाड़ उठा सिंह गर्जन से सारा जंगल गुंजाया ।।
आजादी की मशाल जला अंग्रेजों को सबक सिखाया ।।
जलियांवाला कांड जिसमें क्रुर हुकुमत के दर्शन होते थे ।
भगतसिंह बिस्मिल,अश्फाक जैसों को फिर साथ मिलाया ।।
छेड़ी जंग और अंग्रेजों को कदम कदम पर सबक सिखाया ।।
चन्द्र शेखर आजाद का नाम उभरकर सामने आया ।।
कांपती थी अंग्रेजी फौज जिस शेरे हिन्द के सामने ।।
चुगलखोर देशद्रोहियों ने शेर को मारने का प्लान बनाया ।
इलाहाबाद का अल्फ्रेड पार्क जो आजाद की कहानी है ।।
दुख भरी दास्तां और चुगलखोरी की बड़ी निशानी है ।
जितने गोरे सामने आये सबको मार गिराया ।
वीरों के वीर महा वीर ने अकेले कहर मचाया ।।
बची एक गोली तो खुद का ही काम तमाम किया ।
अंग्रेजों का साहस आजाद के सामने काम न आया ।।
नाम अमर कर गया वह भारत मां का मतवाला ।
जन जन को सीख दे गया गोरों का पांव उखड़ने वाला ।।
उठो जागो और जंग करो भारत मां का श्रंगार करो ।
कह गया वीर बच्चे बच्चे से आजाद भारत होने वाला ।।
हुआ आजाद भारत और आज स्वतंत्र हम कहलाते ।
अपनी अपनी भूमिका हम देश हित में कैसे निभाते ।।
सोचो समझो और कर्म करो भारत को और मजबूत करो ।
आत्मनिर्भर भारत बनाकर विश्व शांति का संदेश प्रदान करो ।।
जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम इसी बात की निशानी है ।। आज़ाद भगतसिंह राजगुरु सुखदेव बिस्मिल की निशानी है ।।
इस हिन्द को सुरक्षित रखना हर भारत वासी का काम है ।
जिसने ऐसी हिम्मत जगाई उसका चन्द्र शेखर आजाद नाम है ।।
✍️ चन्द्रशेखर शर्मा मार्कण्डेय
ग्राम महमदी अफजल पुर लूट
पोस्ट कौराला मंडी धनौरा
जनपद अमरोहा, उत्तर प्रदेश
244231
मोबाइल नम्बर 8192078541
बहुत सुन्दर और सार्थक रचना।
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