मंगलवार, 15 दिसंबर 2020

मुरादाबाद की साहित्यिक संस्था "राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति" के तत्वावधान में 14 दिसम्बर 2020 को आयोजित मासिक काव्य गोष्ठी

मुरादाबाद  की साहित्यिक संस्था "राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति" की मासिक काव्य गोष्ठी जंभेश्वर धर्मशाला लाइन पार मुरादाबाद में सोमवार 14 दिसम्बर 2020 को संपन्न हुई । काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता महाराजा हरिश्चंद्र महाविद्यालय की प्राचार्य  डॉ मीना कौल ने की। सरस्वती वंदना रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ ने प्रस्तुत की तथा मंच संचालन अशोक विद्रोही ने किया। 


कार्यक्रम में योगेंद्र पाल  विश्नोई ने कहा-

अरे पीर मन की किसी से ना कहना

पड़े चाहे पीड़ा में दिन रात गहन


अशोक विद्रोही ने कहा -

उठो राम भक्तों सब मिलकर 

              राम सिया गुणगान करो।

खत्म हुआ बनवास राम का

                 मंदिर का निर्माण करो।


डॉ . मीना कौल ने कहा -

धरती में आकाश बसा दो

धरती झूम जाएगी

नदिया में सागर बसा दो 

नदियां झूम जाएगी


रामेश्वर प्रसाद वशिष्ठ ने पढ़ा-

वीरों हिम  त्रिशूल उठाओ 

गाओ वीरो  की वाणी गाओ


रघुराज सिंह निश्चल ने कहा ---

बात का जख्म भरता नहीं है कभी 

बात जब भी करो तो करो प्यार से


राजीव प्रखर का कहना था ---

लगा जो ध्यान गिरधर में, तजा घर-द्वार मीरा ने।

धर फिर रूप जोगन का, लिया इकतार मीरा ने।


प्रशांत मिश्र ने कहा ---

मेरे विरोधी ही मेरे अच्छे मित्र हैं

और मुझसे सच्चा प्यार करते हैं


मनोज मनु ने कहा -

पाप विनाशनी  शुभ हर हर गंगे

हर हर गंगे,हर हर गंगे,हर हर गंगे!!

 योगेंद्र पाल विश्नोई ने आभार व्यक्त किया ।











         

::::::::प्रस्तुति:::::::


अशोक विद्रोही 

उपाध्यक्ष

राष्ट्रभाषा हिंदी प्रचार समिति मुरादाबाद

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