मंगलवार, 26 मई 2020

मुरादाबाद के साहित्यकार अशोक विद्रोही की कहानी ------जा को राखें साइयां...


....हेलो !,,अब रानी की कैसी हालत है? बेटा! डाक्टर से पूछ कर बताओ,,....,,अभी कुछ नहीं कहा जा सकता !नानाजी!!..मम्मी 60% जल गयीं हैं!....अगले 24घन्टे बहुत भारी हैं,,!!कह कर निशू ने फोन रख... दिया,,यह सुनकर रानी के चाचा की आंखों से आंसुओं का बांध फूट पड़ा ...कल से बार बार सम्पर्क करने पर इतना ही पता लग सका.... बड़े भैया की तीनों बेटियों में सबसे बड़ी रानी...उसका ये नाम दादा ने रखा था दिवाली के दिन जन्मी रानी का पहला नाम लक्ष्मी रखा गया सब लच्छो-लच्छो कहने लगे दादाजी को बुरा लगा तो लाड़ में नाम बदल कर  रानी कर दिया... रानी पूरे घर में सभी की बहुत लाडली थी सुंदर गोल मटोल घर में अकेला छोटा बच्चा ........
...परन्तु रानी के संघर्षों की एक लम्बी दास्तान है जो फिर कभी.... सुनना ।
    रानी डॉक्टर है और मरीजों की सेवा बड़े मनोयोग से करती है अच्छी सेवा के कारण रानी को जहां बहुत ज्यादा जरूरत होती है वहीं पोस्टिंग  मिलती है  कई साल पहले रानी के पति का एक एक्सीडेंट में देहांत हो गया था तब से संघर्ष और ज्यादा हो गए रानी ने बच्चों को ही आगे नहीं पढ़ाया बल्कि स्वयं की रुकी पढ़ाई को भी फिर से शुरू किया और धीरे-धीरे वह एक डॉक्टर बन गई... गवर्नमेंट जॉब भी मिल गई ....बच्चों को बड़ा करके पैरों पर खड़ा किया उसके बाद दोनों की शादी कर दी.. बेटा सीआरपीएफ में ऑफिसर है और बेटी की शादी एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से हुई  है ...बेटी नर्सिंग कॉलेज में लेक्चरर के पद पर है  ।
....  हॉस्पिटल से लौटने पर किचन में गैस की गंध के कारण शक हुआ सिलेंडर लीक कर रहा है रानी ने गैस डिलीवरी ब्वॉय को बुलाया डिलीवरी ब्वॉय ने गैस चेक करने के लिए जैसे ही माचिस की तीली जलाई ... भड़ाक से ....पूरी किचन में भयंकर आग फैल गयी...... क्योंकि रानी पास ही खड़ी थी उसके दोनों हाथ पूरा चेहरा बाल गला तथा गर्दन बुरी तरह जल गए डिलीवरी बॉय भी बुरी तरह जल गया .. और मकान मालिक और उसकी पत्नी भी बचाने की बजह से आग की चपेट में आ गए पहले उन्हें लोकल हॉस्पिटल श्रीनगर में ले गए ...वहां से जौली ग्रांट देहरादून के लिए रेफर कर दिया गया.... और जौलीग्रांट से भी उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए लाला लाजपत राय हॉस्पिटल दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया वहीं रानी को इंटेंसिव केयर यूनिट में चिकित्सा प्रदान की जा रही है और अभी तक कुछ पता नहीं है कि क्या होगा.... *****इन्तजार  करते-करते शाम हो गई शाम को रानी के बेटे निशु का फोन आया ***********नानाजी  !..
,,अब मम्मी की तबीयत कुछ ठीक है,, वीडियो कॉल पर रानी को देखकर रोंगटे खड़े हो गए इतनी सुंदर लड़की का क्या हाल हुआ है डॉक्टरों ने अभी भी कहा है कि ,,अभी कुछ कह पाना बहुत मुश्किल है,,
     सभी संबंधी एवं मित्रगण भगवान से प्रार्थना करने लगे .... कि हे प्रभु रानी के प्राण बचाओ  किसी तरह.... सभी के लिए इतना सेवा भाव ....समर्पित रहने वाली लड़की की यह दशा देखकर ....सभी दुखी थे 3 दिन बाद ***उक्त हॉस्पिटल को ही कोरोना डिटेन्शन सेंटर डिक्लेअर कर दिया गया और वहां से रानी को तुरंत निकालने के लिए कह दिया गया ....अब और मुसीबत ....जैसे-तैसे रानी को बेटी के ही  फ्लैट में शिफ्ट किया गया... डॉक्टर को वहीं बुलाया जाता है  इलाज के लिए..
  आखिर रानी के प्राण बच गए रानी के बच्चों और संबंधियों की दुआएं शाय़द काम आ गईं शायद.!.... शरीर के घाव तो न जाने कब तक भरेंगे परंतु   ......रानी ने फिर एक बार मौत को हरा दिया........
 ..... किसी ने सही कहा है...
""जाको राखे साइयां मार सके न कोय .""....
                   
✍️ अशोक विद्रोही
 412 प्रकाश नगर
मुरादाबाद 244001
मोबाइल फोन नंबर 8218825541

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें